प्रयागराज: आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर उर्फ रावण के बयान पर पलटवार करते हुए जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि अगर वह इतने ही पुण्य आत्मा है तो वह यहां आकर हम लोगों को दर्शन दें। दरअसल रावण ने कुंभ 2025 को लेकर कहा था कि वहां वहीं जाएंगे जिन्होंने पाप किया हो। सांसद के बयान पर संतों महात्माओं में आक्रोश है। उनके इसी बयान का जवाब देते हुए शनिवार को जगद्गुरु शंकराचार्य ने कहा कि हम अपनी आस्था की वजह से यहां आए हैं। हम बहुत खुश हैं। इससे किसी को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। एएनआई से बातचीत में कहा कि ‘ऐसा कहने के पीछे उनका क्या उद्देश्य है? कि जो यहां जो लोग आए हुए हैं वो पापी लोग हैं? और जो नहीं आया वो पुण्यात्मा है? यही तात्पर्य है तो ये जो परिभाषा है, ये विचार की चीज है।
हम आस्था की वजह से आए है कुंभ
महाराज ने कहा कि इसका मतलब है कि कुंभ में जो आया वो पापी, जो कुंभ में नहीं आया पुण्यात्मा है? उन्होंने पूछा कि क्या वो कुंभ में आए हैं? वो नहीं आए हैं, यहां आकर वक्तव्य दिया है या उन्होंने अपनी जगह पर रहकर वक्तव्य दिया है तो ठीक है, वो पुण्यात्मा होंगे। पुण्यात्मा हो तो अच्छी बात है, हमें क्या बाधा है?जगद्गुरु शंकराचार्य ने आगे कहा कि हम लोग यहां आए हैं तो निश्चित रूप से जाने-अंजाने कोई दोष-पाप होता है तो उसका निवारण महाकुंभ में होता है, ऐसी हमारी श्रद्धा है और ऐसा हमारे शास्त्रों का उल्लेख है। तो हम आए हैं यहां पर… अपनी भक्ति भगवती गंगा, यमुना, त्रिवेणी को समर्पित कर रहे हैं।
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि अगर हमारे कोई पाप हैं वो नष्ट हो जाएं इसका अगर उद्योग हम कर रहे हैं इसमें किसी को कोई बाधा नहीं होनी चाहिए। जो लोग ये मान रहे हैं कि उन्होंने तो कोई पाप किया ही नहीं, वो निष्पाप हैं, तो ऐसे निष्पापी व्यक्ति का तो हम लोग भी दर्शन करना चाहेंगे। अनुरोध है कि रावण जी हम लोगों को दर्शन दें।
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