नईदिल्ली। आप की सरकार को आपदा बताकर सत्ता से बाहर करने की कोशिश में लगी बीजेपी अब ऐसे—ऐसे दांव चल रही है,जिसमें आप नेता फंसते जा रहे है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 11 जनवरी को दिल्ली में झुग्गी बस्तियों के प्रधानों से संवाद करेंगे। यह बैठक जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में होगी, जिसमें दिल्ली की करीब 3,000 झुग्गी बस्तियों के प्रधान हिस्सा लेंगे। अमित शाह इन प्रधानों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं को जानेंगे और पार्टी की योजनाओं के बारे में चर्चा करेंगे।
भाजपा ने झुग्गियों में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए जून 2024 में झुग्गी अभियान की शुरुआत की थी। इसके तहत, 1,000 बूथों पर 253 विस्तारकों को बहाल किया गया, जिनमें 53 महिला विस्तारक भी शामिल हैं। इन विस्तारकों को हर तीन बूथ पर जिम्मेदारी दी गई, ताकि झुग्गियों में स्थानीय मुद्दों को समझा और हल किया जा सके, इस पहल को और मजबूत बनाने के लिए दिल्ली भाजपा ने झुग्गी अभियान समिति का गठन किया, जिसमें प्रदेश स्तर के नेताओं को नियमित रूप से झुग्गियों का दौरा करने का निर्देश दिया गया।
झुग्गी वासियों समस्याओं पर ध्यान
भाजपा का कहना है कि झुग्गियों में मुख्य समस्या साफ पानी, सफाई और बिजली के बिल से जुड़ी हैं। झुग्गी निवासी महीनों तक कूड़े के न उठने और गंदे पानी के कारण संक्रमित बीमारियों का सामना करते हैं। पार्टी का दावा है कि झुग्गियों में बिजली बिल अत्यधिक आता है, जो निवासियों की आर्थिक स्थिति को और खराब करता है, भाजपा नेताओं ने इन समस्याओं को जानने के लिए पिछले चार-पांच महीनों से झुग्गियों का दौरा किया है, इतना ही नहीं, कई नेताओं ने तो झुग्गियों में ही रात गुजारी है।
पीएम की योजना बनाम सीएम की नीतियां
दिल्ली भाजपा महासचिव और झुग्गी अभियान के संयोजक विष्णु मित्तल का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जहां झुग्गी, वहीं मकान योजना से झुग्गी निवासियों को स्थायी आवास दिया जा रहा है। वहीं, आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि यह पार्टी झुग्गी निवासियों का उपयोग केवल वोट बैंक के रूप में करती है और उनकी मूलभूत समस्याओं को नजरअंदाज करती है। झुग्गी बस्तियों के प्रधानों के साथ संवाद के दौरान अमित शाह भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा झुग्गियों में किए जा रहे कामों की समीक्षा करेंगे।
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