अयोध्या दुष्कर्म पीड़िता के घर पहुंचे भाजपा नेता, सपा अभी भी आरोपियों के बचाव में, बसपा ने भी घेरा

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BJP leaders reached the house of Ayodhya rape victim, SP still in defense of the accused, BSP also surrounded
बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सपा अभी भी दुष्कर्म पीड़िता की जगह आरोपियों का पक्ष ले रही है।

अयोध्या। पूरे देश को हिलाकर रख देने वाले अयोध्या दुष्कर्म मामले में समाजवादी पार्टी अभी भी अपने नेता मोईन खान के साथ खड़ी है। सपा नेताओं का कहना है कि जब तक मोईन खान का दोष सिद्ध नहीं होता तब तक उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाए। वहीं बसपा ने भी सपा हमला बोला। बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सपा अभी भी दुष्कर्म पीड़िता की जगह आरोपियों का पक्ष ले रही है।

रविवार को सपा कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेताओं ने दुष्कर्म के दोषियों को फांसी देने की मांग की। इसके साथ ही मामले की निष्पक्ष जांच करने और निर्दोषों पर कार्रवाई न करने समेत अन्य मांगें भी उठाई। बीएचयू में पिछले हुए दुष्कर्म के आरोपियों की सीएम और दूसरे भाजपा नेताओं के साथ फोटो दिखाकर सवाल खड़े किए।

सपा नेता ने खेला जातिवाद का कार्ड

पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय ने कहा कि घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। जघन्य अपराध करने वालों को फांसी की सजा हो, लेकिन घटना की निष्पक्ष जांच हो। सजा व कार्रवाई के नाम पर बिना जांच के निर्दोषों को न फंसाया जाए। इस सरकार में यादव और मुसलमान ही अपराधी की परिभाषा बन गए हैं।

सपा नेता ने कहा कि अयोध्या के खाकी अखाड़ा में सात साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले व उसमें संलिप्त लोगों के घर पर अब तक बुलडोजर नहीं चला। बच्ची का परिवार अब तक न्याय से वंचित है। सनबीम स्कूल में छात्रा ने आत्महत्या किया तो प्रबंधक के यादव होने के कारण उन्हें जेल भेज दिया गया। निष्पक्ष जांच हुई तो वह बरी हुए। गोमतीनगर में 20-25 लोग आरोपी थे, लेकिन मुख्यमंत्री को सिर्फ यादव, मुसलमान का नाम ही याद रहा। अपराधी की कोई जाति नहीं होती, इसलिए उसे जाति से नहीं जोड़ना चाहिए।

बीएचयू रेप कांड से भाजपा को घेरा

बीएचयू रेपकांड के आरोपी की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव मौर्या, अनुराग ठाकुर व स्वतंत्रदेव सिंह के साथ तस्वीर वायरल हुई है, लेकिन उन पर क्या कार्रवाई हुई। सीडीआर, लोकेशन, सीसीटीवी आदि खंगाले जाएं। यदि सपा नेता मोईद खान दोषी मिलें तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो लेकिन बगैर दोषी सिद्ध हुए इस तरह की कार्रवाई न की जाए। पीड़ित परिवार को एक करोड़ मुआवजा व सुरक्षा दिलाई जाए। डीएनए टेस्ट व नार्को टेस्ट कराकर निष्पक्ष जांच की जाए और रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए।

पीड़िता के घर पहुंचे भाजपा के नेता

दुष्कर्म पीड़िता के घर रविवार को भाजपा प्रतिनिधि मंडल के सदस्य पहुंचे। इस प्रतिनिधि मंडल में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नरेंद्र कश्यप, राज्यसभा सांसद बाबू राम निषाद व संगीता बलवंत के साथ-साथ नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्त भी मौजूद रहे। इस मौके पर भाजपा नेताओं ने कहा कि परिवार को किसी भी तरह की धमकी से डरने की जरुरत नहीं है।

किसी प्रकार की समस्या आने पर उनसे संपर्क करें। पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन भी पीड़िता के घर पहुंचीं। उनके अस्पताल जाकर पीड़िता से मिलने की भी संभावना जताई जा रही है। सपा जिलाध्यक्ष पारसनाथ यादव ने कहा कि पूरी समाजवादी पार्टी पीड़ित परिवार के साथ है। सपा का प्रतिनिधि मंडल पीड़िता व परिजनों से मिलना चाहता है। लेकिन एक नेता जब अपने परिवार से मिलने गया तो उस पर मुकदमा दर्ज करा दिया गया। ऐसे में प्रशासन का कोई भरोसा नहीं है कि इसे क्या रूप दे दें।

सपा पीड़िता के साथ नहीं, अपराधी के साथ

 विश्वनाथ पाल ने कहा कि सपा की संवेदना दुष्कर्म पीड़िता के साथ नहीं है। वह इस घृणित कार्य को करने वाले अपराधी के साथ खड़ी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से डीएनए जांच कराने के संबंध में दिया गया बयान इसका जीता-जागता उदाहरण है। इनके पीडीए की भी सच्चाई सामने आ गई है।

बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने शनिवार को दुष्कर्म पीड़िता के गांव जाकर उसकी मां और जिला महिला अस्पताल में पीड़िता से मुलाकात की। इस दौरान संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के निर्देश पर वे यहां आए हैं। बसपा पीड़ित परिवार के साथ है। इन्हें तत्काल न्याय मिलना चाहिए था लेकिन इसमें हुई देरी प्रदेश सरकार पर प्रश्नचिन्ह है। डेढ़ महीने तक निषाद समाज की बेटी की आवाज नहीं सुनी गई। जब समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर दबाव बनाया, तब एफआईआर दर्ज की गई।

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