लखनऊ। इनिशिएटिव फाउण्डेशन इंडिया के सदस्यों और स्वयंसेवकों ने विश्व बालश्रम निषेध दिवस के अवसर पर लखनऊ के आशियाना में कार्यक्रम का आयोजन किया गया और इसके साथ ही संस्था के सदस्यों ने अपने सभी संचालित सेंटर पर जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर बालश्रम के खिलाफ आवाज बुलंद किया।इस दौरान इनिशिएटिव फाउण्डेशन इंडिया की बोर्ड मेंबर शालिनी शुक्ला ने विश्व बाल श्रम निषेध दिवस का इतिहास और इस वर्ष के थीम: “आइए अपनी प्रतिबद्धताओं पर काम करें: बाल श्रम समाप्त करें” के बारे में बताते हुए कहा की हर किसी के जेहन में यह बात होनी चाहिए कि बच्चों के हाथों में काम नहीं, बल्कि कलम और किताब हो। बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं और इन्हें बाल श्रम करने से रोकना हम सबकी जिम्मेदारी है।
बच्चों से काम कराने पर रोक
इनिशिएटिव फाउंडेशन इंडिया की सदस्य संध्या मिश्रा ने कहा कि सभी व्यवसायों या उद्योगों में 14 साल से कम उम्र के बच्चों से काम करवाना प्रतिबंधित किया गया है, लेकिन अफ़सोस ये है की मौजूदा समय में भी लाखो गरीब बच्चे हिंसा और शोषण का शिकार हो रहे हैं और गरीब बच्चे स्कूल जाने की बजाय बालश्रम करने को मजबूर हैं। संस्था की वालेंटियर रितु सिंह ने बच्चों को शिक्षा से जोडने और बालश्रम से मुक्त करने पर जोर देते हुए कहा कि बाल श्रम के कारण बच्चों से उनका बचपन छिन जाता है। उन्होंने बताया की इनिशिएटिव फाउंडेशन इंडिया गरीब बच्चों को उनके अधिकार दिलाने के लिए समाज में निरंतर काम कर रही हैं और समाज में जागरुकता लाने का प्रयास कर रहीं हैं। इस दौरान आज के कार्यक्रम में संध्या मिश्रा, श्याम, पूजा, अब्दुल सलाम, नवीन शुक्ला, शक्ति, वंदना, राजेश सिंह, प्रवीन जी सहित ढेरों लोग शामिल रहें।
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