मां ऐसी नहीं होती: नवजात बच्चे का पैर काटकर फ्लैश में बहाया, शव के टुकड़े लेकर पहुंची अस्पताल

106
Mother is not like this: Newborn baby's leg cut off and thrown away in a flash, reached hospital with body pieces
नर्स के खिलाफ विभिन्न धााओं में केस दर्ज करके उसे जेल भेज दिया गया है।

चेन्नई। एक मां के लिए उसका बच्चा उसका सबकुछ होता है, वह उसके लिए अपनी जान भी दे देती है, लेकिन तमिलनाडु की यह खबर पढ़कर आप जरूर कहेंगे कि मां तो ऐसी नहीं होती है,जो अपने अजन्मे बच्चे की इतनी निर्दयता पूर्वक हत्या कर दे। बता दें कि चेन्नई की रहने वाली एक नर्स ने घर वालों से छिपाकर अपने प्रेमी साथ शादी कर ली। उसके साथ गुपचुप तरीके से रहने लगी,इससे वह गर्भवती हो गई।

सात माह बाद जब उसे एहसास हुआ तो वह जानबूझकर भी गर्भपात नहीं करा सकी। इसके बाद बुधवार रात को उसे प्रसव पीड़ा हुई तो वह बाथरूम जाकर खुद से प्रसव कराने की सोची। बच्चा बाहर निकला और उसने उसकी टांगे पकड़कर जोर से खींचीं, वह टूट गईं। नर्स ने उसके पांव काटकर टुकड़े किए और उसे फ्लश कर दिया। इस घटना की जानकारी हॉस्टल में फैली, भीड़ जमा हुई और मामला पुलिस तक पहुंचा। नर्स के खिलाफ विभिन्न धााओं में केस दर्ज करके उसे जेल भेज दिया गया है।

मां बोलीं मरा हुआ पैदा हुआ था बच्चा

वहीं निर्दयी मां डब्ल्यू विनीशा (24) ने दावा किया कि बच्चा मृत पैदा हुआ था, लेकिन उसकी गर्दन पर एक नुकीली वस्तु के कारण चोट लगी थी। जब उसके सहयोगियों ने रोने की आवाज सुनकर कमरे में प्रवेश किया, तो उन्होंने पाया कि क्षत-विक्षत शिशु कपड़े के टुकड़े में लिपटा हुआ है। पुलिस ने नर्स के खिलाफ आईपीसी की धारा 315 (बच्चे को जीवित पैदा होने से रोकने या जन्म के बाद उसे मरने के लिए मजबूर करने का इरादा) और 201 (सबूत मिटाने) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने कहा कि हम बच्चे के पैर को वापस नहीं निकाल सके क्योंकि वह छोटे टुकड़ों में फ्लश हो चुका था। बच्चे के बाकी बचे शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सरकारी अस्पताल में रखा गया है

गुपचुप की शादी

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार विनीशा कन्याकुमारी जिले की रहने वाली हैं। वह चेन्नई के एक निजी अस्पताल में नर्स के रूप में काम कर रही थी। कुछ साल पहले उसका सेल्वामणि से अफेयर हो गया था। सेल्वामणि मदुरै के उसिलमपट्टी की रहने वाला है। 29 साल के सेल्वामणि और विनीशा ने मंदिर में गुपचुप शादी कर ली थी। इस दौरान वह गर्भवती हो गई। उसने अपने गर्भ की बात हर किसी से छिपाकर रखी। वह गर्भपात कराना चाहती थी लेकिन कानून वह ऐसा नहीं कर सकी। अविवाहित और गर्भवती होने के कारण, नर्स ने इसे अपने परिवार से छिपाया। गर्भावस्था के 7 महीने तक वह हॉस्टल के कमरे में अकेले रही। विनीशा को बुधवार रात अचानक प्रसव पीड़ा हुई।

खुद पैदा किया बच्चा

उसने बाथरूम जाकर खुद से प्रसव करने और बच्चे को ठिकाने लगाने की सोची, लेकिन उसे पता नहीं था कि यह सब आसान नहीं होगा। विनीशा का दावा है कि बच्चा फंस गया था, उसे निकालने के लिए उसने उसे खींचा, जिससे बच्चे के पैर उखड़कर उसके हाथ में आ गए। वह घबरा गई और बच्चे के पांव काटकर फ्लश कर दिए। इधर बच्चा बाहर आ गया। उसका दावा है कि मरा पैदा हुआ। दर्द से तड़पती विनीशा बच्चे को कपड़े के टुकड़े में लपेटकर खुद अस्पताल पहुंची। यहां उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के डॉक्टर्स ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने कहा कि अब पोस्टमॉर्टम के बाद सामने आएगा कि बच्चा मरा पैदा हुआ या पैदा होने के बाद उसकी मौत हुई, उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।

इसे भी पढ़ें…

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here