बिजनेस डेस्क। ऑटोमोटिव इंडस्ट्री ने 2024 की शुरूआत बड़े धमाके के साथ की है। ऑटोटेक स्पेस में देश के प्रमुख प्लेयर कार्स 24 ने अपनी ड्राइव टाईम क्वार्टरली रिपोर्ट जारी की और उपभोक्ताओं के बदलते रूझानों पर रोशनी डाली है।इस तिमाही सिर्फ आंकड़ों में ही उछाल नहीं आया, बल्कि कार खरीदने के प्रति लोगों का नज़रिया पूूरी तरह से बदल गया है। पहली तिमाही के दौरान देश के हर कोने में सैकण्ड हैण्ड एसयूवी कारों की मांग बढ़ी है।
सैकण्ड हैण्ड कारों की मांग
प्लेटफॉर्म पर नॉन-मेट्रो मार्केट्स में एसयूवी की बिक्री तेज़ी से बढ़ी है। कार्स 24 ने अपने उपभोक्ताओं के साथ सर्वे किया और पाया कि बहुत से उपभोक्ता फिर से सैकण्ड हैण्ड कार ही खरीदना चाहते हैं। हमारा देश बदल रहा हैः सैकण्ड हैण्ड कारों की मांग में 30 फीसदी बढ़ोतरीइस साल की पहली तिमाही के दौरान टियर 2 और टियर 3 शहरों में उपभोक्ताओं के व्यवहार में बदलाव आए हैं। पिछले साल की समान अवधि से तुलना करें तो सैकण्ड हैण्ड कारों की तरफ़ झुकाव 30 फीसदी बढ़ गया है, जिसके चलते नई कारों की मांग कम हुई है।
सैकण्ड हैण्ड कारों की बढ़ती मांग से साफ है कि खरीददारों का नज़रिया बदल रहा है, वे अब नए मॉडल्स के दायरे से आगे बढ़कर सोच रहे हैं। अहमदाबाद, कोची, जयपुर, सूरत, भोपाल, इंदौर और लखनऊ जैसे शहरों में उपभोक्ताओं के लिए कार सिर्फ परिवहन का साधन ही नहीं बल्कि स्टाइल और स्टेटस सिंबल भी बन गयी है। इन रूझानों के चलते प्रीमियम फीचर्स वाली सैकण्ड हैण्ड कारों का मार्केट तेज़ी से विकसित हो रहा है, और ऑटोमोटिव स्पेस में नए बदलाव आ रहे हैं।
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