बरेली। यूपी के बरेली जिले से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है, यहां एक परिवार ने अपनी बेटी को इसलिए मार डाला, क्योंकि वह अपने प्रेमी के खिलाफ कोर्ट में बयान न दे रही थी, ही उससे संबंध खत्म कर रही थी। वह उससे शादी करना चाहती थी, इसलिए परिवार ने उसे मार डाला। हत्या को छिपाने के लिए रात में ही गंगा किनारे ले जाकर जला दिेया, इसके बाद उसके अधजले शव को गंगा में बहा दिय।
प्रेम द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट के मुताबिक परिजन छात्रा से उसके खिलाफ बयान दर्ज कराने पर अड़े थे, जबकि छात्रा इससे मना कर रही थी। बात नहीं मानने पर 27 मार्च की रात छात्रा को उसके पिता, मां, भाई, चाचा व ताऊ ने गला घोंटकर मार दिया। अगले दिन तड़के ही रामगंगा नदी के किनारे उसका अंतिम संस्कार कर दिया। सुबह होने पर आसपास के लोग जुटने लगे तो अधजले शव को रामगंगा में बहा दिया।
प्रेमी के साथ भागी थी छात्रा
दरअसल छात्रा एक युवक से प्रेम करती थी। छह महीने पहले रामगंगा किनारे लगे मेले से वह लापता हो गई थी और देर रात अपने घर पहुंची थी। तब तक छात्रा के परिजनों ने इस युवक के खिलाफ बेटी को अगवा करके दुष्कर्म करने की रिपोर्ट करा दी थी। तो छात्रा ने कोर्ट में बयान दिया कि उसे मतिभ्रम हो गया था। इसमें युवक की कोई गलती नहीं है। इस केस में लगातार तारीख पड़ा रही थी। परिजन चाहते थे कि छात्रा प्रेमी के खिलाफ बयान दे। वह प्रेमी के संपर्क में भी थी। इसलिए परिजनों ने उसकी हत्या कर दी।
पुलिस ने शिकायत को किया दरकिनार
छात्रा के गायब होने के बाद प्रेमी ने आईजीआरएस पोर्टल पर झूठी शान में हत्या का आरोप लगाकर उसके माता-पिता आदि पर रिपोर्ट कराने की मांग की थी। भमोरा थाना प्रभारी ट्रेनी आईपीएस डॉ. ईशान सोनी ने जांच कराई तो पता लगा कि छात्रा का परिवार ताला लगाकर फरार हो गया है। पुलिस को उसी दिन रिपोर्ट दर्ज कर लेनी चाहिए थी लेकिन वे छात्रा के प्रेमी को पकड़कर पूछताछ करने लगे। इससे वह घबरा गया। उसने आरोप वापस लेने की बात कही। पुलिस का मानना था कि प्रेमी खुद छात्रा के मामले में आरोपी है तो ये परिवार को फंसाने के लिए ऐसा कह रहा है। वहीं बुधवार को पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बाद आरोपी पिता को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।
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