लखनऊ। लोकसभा चुनाव में गठबंधन में सपा और कांग्रेस में गठबंधन की डील पक्की होते ही कांग्रेस ने नौ सीटों पर प्रत्याशियों के एलान कर दिए।अमेठी और रायबरेली में उम्मीदवार के नाम पर अभी भी संशय बना हुआ है। यहां से राहुल या प्रियंका मैदान में आएंगी अथवा कोई नया नाम सामने आएगा, इस पर अभी कोई फैसला नहीं हो पाया है।
राकेश को उम्मीदवार बनाने की तैयारी
कांग्रेस ने गठबंधन घोषित होने से पहले 30 सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची तैयार कर रखी थी, गठबंधन में उसे 17 सीटें मिली हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने वाराणसी से प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को फिर से उम्मीदवार बनाने का मन बना लिया है। वह पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। 2019 के चुनाव में उन्हें 14.44 फीसदी वोट मिले थे। सहारनपुर में 2019 के चुनाव में इमरान मसूद तीसरे स्थान पर थे, इस बार कांग्रेस फिर उन्हें उम्मीदवार बनाने की तैयारी में है।
अमरोहा से बसपा सांसद दानिश अली को उतारने की तैयारी है, वे बसपा से निष्कासित किए जा चुके हैं। सीतापुर में भाजपा से इस्तीफा देकर वाया सपा कांग्रेस में आए पूर्व विधायक राकेश राठौर को उम्मीदवार बनाने की तैयारी है। कांग्रेस इन तीनों सीटों को खुद के लिए मुफीद मान रही है। बाराबंकी से तनुज पुनिया, झांसी से पूर्व सांसद प्रदीप जैन, गाजियाबाद से डॉली शर्मा, महराजगंज से विधायक वीरेंद्र चौधरी, फतेहपुर सीकरी से रामनाथ सिकरवार उम्मीदवार हो सकते हैं।
इन नामों पर भी चर्चा
इसी तरह कानपुर नगर से आलोक मिश्र, अजय कपूर, विकास अवस्थी और करिश्मा के नाम पर विचार चल रहा है। मथुरा से पूर्व एमएलसी प्रदीप माथुर अथवा पंडित राजकुमार रावत, देवरिया से अखिलेश प्रताप सिंह और अजय लल्लू, बांसगांव से कमल किशोर अथवा अनूप प्रसाद, बुलंदशहर में बंशी सिंह व एक अन्य के नाम पर विचार चल रहा है। प्रयागराज सीट पर पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह अथवा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव के नाम पर विचार चल रहा है। हालांकि अभी उम्मीदवारों के संबंध में अधिकृत घोषणा नहीं की गई है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और यूपी के प्रभारी अविनाश कुमार पांडेय के मुताबिक गठबंधन में मिली 17 सीटों के उम्मीदवारों के नाम संसदीय बोर्ड में रखे जाएंगे, वहीं से इनके नाम की घोषणा होगी।
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