अयोध्या। 22 को अयोध्या बने भव्य मंदिर में प्रभु श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। ऐसे में अयोध्या में तीन दिनों तक भव्य कार्यक्रम होंगे, ऐसे में देश के दिग्गज नेताओं और हस्तियों को निमंत्रण दिया गया है। ऐसे में प्रशासन ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए तीन दिन यानि शनिवार से सोमवार तक बिना निमंत्रण वाले लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से पैदल नहीं आने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि धैर्य रखिए और ठंड कम होने के बाद ही प्रभु के दर्शन करने आए। तब तक प्रभु के दर्शन के लिए प्रशासन पूरी व्यवस्था करेगा।
द्वार पर सजी श्रीराम की बचपन की तस्वीरें
श्री राम की बचपन की तस्वीरें उस द्वार पर सजी हैं जहां से आमंत्रित लोग 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए श्री राम मंदिर में प्रवेश करेंगे।शनिवार को विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार ने कश्मीर, तमिलनाडु और अफगानिस्तान से प्राप्त उपहार श्रीराम मंदिर के ‘यजमान’ अनिल मिश्रा को सौंपे। इस दौरान उन्होंने कहा, “कश्मीर से मुस्लिम भाई-बहन मुझसे मिलने आए और राम मंदिर निर्माण पर खुशी जताई और कहा कि भले ही हम अलग-अलग धर्मों को मानते हैं, लेकिन हमारे पूर्वज एक ही हैं। उन्होंने जैविक रूप से उत्पादित 2 किलो शुद्ध केसर सौंपा। तमिलनाडु के रेशम निर्माताओं ने श्री राम मंदिर का चित्रण करने वाली रेशम की चादर भेजी है…अफगानिस्तान से कुभा (काबुल) नदी का जल श्री राम के ‘अभिषेक’ के लिए भेजा गया है।”
पूरे विश्व में जश्न की तैयारी
मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन न केवल भारत बल्कि विश्व के कई देशों में में रहने वाले सनातन धर्म के मानने वाले भक्ति भाव के साथ जश्न मनाने की तैयारी में जुटे हैं। प्रधानमंत्री के आहवान पर देशभर में दीपावली मनाने की तैयारी है। अमेरिका स्थित मंदिरों में सुंदर कांड के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा। मैरीलैंड के गवर्नर वेस मूर शनिवार को वाशिंगटन डीसी के एक उपनगर में राम मंदिर उत्सव कार्यक्रम में भाग लेने वाले हैं। अमेरिका में राष्ट्रव्यापी उत्सवों का नेतृत्व करने वाले संगठन विश्व हिंदू परिषद ऑफ अमेरिका के अमिताभ मित्तल ने कहा कि भगवान श्री राम के लाखों अनुयायियों का लंबे समय से प्रतीक्षित सपना सच होने वाला है।
अमेरिका में मनेगा जश्न
अमेरिका में भी राम मंदिर उत्सव को लेकर लोगों में खासा उत्साह है। अमेरिका में मौजूद मंदिरों में अगले सप्ताह तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें लाखों की संख्या में भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों के शामिल होने की संभावना है। अमेरिका के हिंदू विश्वविद्यालय की अध्यक्ष कल्याण विश्वानथन ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि अयोध्या उपेक्षा और विनाश से फिर से उभर रहा है। राम मंदिर सनातन धर्म की शाश्वत प्रकृति का प्रतीक है। 550 वर्षों के बाद राम लला मंदिर में विराजमान होंगे। गौरतलब है कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन होगा।
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