गुजरात नाव हादसे में 14 की मौत के मामले में आरोपियों पर केस दर्ज, ओवरलोडिंग की वजह से हुआ हादसा

वड़ोदरा। गुजरात के वड़ोदरा में शहर में नाव पर ओवरलोडिंग की वजह से हुई 14 लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। वहीं कांग्रेस ने सरकार को आड़े हाथों लिया है। वहीं इस मामले में दो लोगों की गिर​फ्तारी हो चुकी है।

दरअसल पिकनिक मनाने गए छात्रों के समूह और दो शिक्षकों की वड़ोदरा शहर में नाव हरणी मोटनाथ झील में पलट गई थी। इस हादसे में 12 छात्रों और दो शिक्षकों की मौत हो गई, जबकि 18 छात्रों और दो शिक्षकों को बचा लिया गया।पुलिस ने बताया कि नाव में क्षमता से अधिक लोग सवार थे। इस हादसे की मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और डीएम से 10 दिन में जांच रिपोर्ट तलब की है। इससे पहले सीएम पटेल ने गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के साथ वडोदरा के एसएसजी अस्पताल पहुंचकर पीड़ितों से मुलाकात की।

कांग्रेस का सरकार पर हमला

इस घटना पर वडोदरा कांग्रेस के नेता अमि रावत ने कहा कि हम इसे दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या का मामला मान रहे हैं। हम मांग करते हैं कि इस मामले की जांच कोई पदासीन जज करे। यह पूरी तरह लापरवाही का मामला है। डूबी हुई नाव में कोई लाइफ जैकेट या लाइफ गार्ड नहीं था। जिम्मेदारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने चाहिए। 2016 में जब इस प्रोजेक्ट को कॉन्ट्रैक्टर्स को सौंपा गया, तब हमने इस पर आपत्ति जताई थी।

16 की जगह सवार थे 34 लोग

वडोदरा के डीएम एबी गौड़ ने बताया कि नाव की क्षमता 16 लोगों की थी, पर 34 लोग सवार थे। गुजरात के मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि हमें पता चला है कि नाव पर सवार सिर्फ 10 छात्र ही लाइफ जैकेट पहने हुए थे। जिससे पता चलता है कि संचालकों की लापरवाही के कारण इतना बड़ा हादसा हुआ। उन्होंने कहा कि भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य दोषियों को पकड़ने के लिए टीमें गठित की गई हैं।

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