जयपुर। साइबर क्राइम को रोकने के लिए सरकार कई कदम उठा रही हैं, लेकिन सरकार से कई कदम आगे ठगों का दिमाक काम कर रहा हैं। ठगी का अब तक सबसे अनोखा मामला राजस्थान के बीकानेर जिले से सामने आया। यहां ठगों ने युवाओं को अपनी जाल में फंसाने के लिए जो जाल बिछाए उसे भांप पाना अच्छे-अच्छों के बस का नहीं हैं। दरअसल ठगों ने एक युवक को झांसा दिया कि उनकी कंपनी नि:संतान दंपतियों के लिए काम करती है। नि:संतान महिलाओं को गर्भवती करने के लिए कंपनी अलग -अलग लोगों की सेवाएं लेती है।
अगर कोई व्यक्ति निसंतान महिला को एक साल उसके साथ रहकर गर्भवती करेगा तो आठ लाख रुपये दिए जाएंगे, साथ ही महिला के साथ रहने के लिए पूरी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, बतौर एडवांस उसे एक लाख एडवांस दिए जाते है। बाकी रुपये उसे महिला को गर्भवती करने के बाद मिलेगा। यह लालच देकर ठगों ने नोखा निवासी अशोक कुमार झांसे में लिया।
ठगों ने दंपती से कराई बात
ठगों ने युवक को अपने झांसे में लेने के युवक को फोन करके कहा कि अगर वह महिला को प्रेगनेंट करने के लिए तैयार है तो उसकी बात वह दंपती से कराएंगे, उसके तैयार होने पर उसकी बात दंपती से कराई गई। फोन करने वालों ने अपना नाम विकास शर्मा और आलोक कुमार बताया। अशोक कुमार के हां कहने पर प्रिया वर्मा नाम की युवती ने अशोक से बात की और एक साल तक साथ रहकर गर्भवती करने को कहा। विशाल नाम के एक व्यक्ति ने खुद को प्रिया वर्मा का पति बताते हुए अशोक कुमार से बात की और कहा कि मेरी पत्नी के बच्चा नहीं हो रहा है। अगर प्रिया मां नहीं बनी तो वह सुसाइड कर लेगी।
नए- नए बहाने से ठगे
नौ लाख के लालच में अशोक एक साल तक प्रिया के साथ रहने को तैयार हो गया। इसके बाद ठगों ने नए-नए बहाने बनाते हुए पैसे वसूलना शुरू कर दिया। कंपनी में रजिस्ट्रेशन, होटल की बुकिंग, रिसोर्ट की बुकिंग, पुलिस वेरिफिकेशन और एग्रीमेंट के नाम पर 2.26 लाख रुपये की ठगी कर ली। इस बीच अशोक को ठगी का अहसास हुआ। जब उसने रुपये देने बंद कर दिए तो ठगों ने पुलिस में केस दर्ज कराने की धमकी देकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। शातिर ठग अब पीड़ित से 10 लाख रुपये की डिमांड कर रहे हैं। पीड़ित अशोक बेहद डरा हुआ है। वह न्याय के लिए भटक रहा है।
प्रग्नेंसी का एग्रीमेंट भी बनवाया
ठगों ने एक फर्जी एग्रीमेंट भी तैयार करवाया, जिसे प्रग्नेंसी एग्रीमेंट बताया गया। इस एग्रीमेंट में लिखा था कि अशोक कुमार को 14 नवम्बर 2023 से 14 नवम्बर 2024 तक प्रिया वर्मा के साथ ही रहना होगा। ठगों ने मुंबई पुलिस का एक फर्जी वेरिफिकेशन सर्टिफिकेट अशोक को भेजा जिस पर मुंबई पुलिस की वर्दी पहने एक अफसर की फोटो भी लगी होना बताया। ठगों ने कहा कि उनकी कंपनी नेशनल लेवल की है। एग्रीमेंट होने के बाद अगर वह प्रिया वर्मा के साथ नहीं रहेगा और उससे संबंध नहीं बनाएगा तो उसके खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।
कार्रवाई की मांग
बीकानेर जिले के नोखा निवासी अशोक ने ठगों को अपने सारे दस्तावेज उपलब्ध करा दिए थे। अब एक एडवोकेट के जरिए पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित के पास आरोपियों का बैंक अकाउंट नंबर, आईएफएससी कोड, फोन पे, गुगल पे और पेटीएम नंबर उपलब्ध कराए हैं। दो बच्चों के पिता अशोक कुमार की पारिवारिक स्थिति अच्छी नहीं बताई जा रही है। उसके माता पिता भी काफी परेशान हैं, लेकिन ठग उसे बार बार कॉल करके रुपये देने का दबाव बना रहे हैं। एडवोकेट अनिल सोनी ने बताया कि पीड़ित के पास आरोपियों के बारे में पूरी जानकारी है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
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