कानपुर। सरकार किसानों को हर तरह से सुविधा दे रही है, ताकि उनकी आमदनी में इजाफा हो सके, लेकिन छुट्टा पशुओं किसानों के लिए सिरदर्द बनते जा रहे है। खासकर साड़ों से ज्यादा परेशानी हो रही है, क्योंकि यह भगाने पर आक्रामक हो जाते है, हमला करके लोगों की जान ले रहे है। प्रदेश में कही न कही रोज सांड़ों की वजह से लोगों की जान जा रही है। कानपुर में तीन दिन में दो किसानों पर सांड़ ने हमला करके जान ले ली।
भगाने पर हो रहे आक्रामक
कानपुर मे महाराजपुर के फुफुवार सुई थोक में 71 साल के किसान जागेश्वर को सांड़ ने पटक-पटकर मार डाला। दरअसल, जागेश्वरअपनी फसल की रखवाली कर रहे थे। तभी सांड़ों का एक झुंड खेतों में घुस गया। उन्हें भगाने के लिए जैसे ही उन्होंने आवाज लगाई तो एक सांड़ ने उन्हें उठाकर पटक दिया। जब तक आसपास के लोग बचाने पहुंचे तब तक सांड़ ने कई बार पटक कर उनकी जन ले ली।
फसल को कर रहे बर्बाद
इन दिनों किसान खेतों में मटर, गेहूं, सरसों समेत तमाम फसलों की खेती किए हुए है, जिन्हें मौका मिलते ही सांड़ चट कर जा रहे है। फसल बचाने के लिए किसान दिन रात खेतों के चक्कर काट रहे है। सरकार केवल गायों को गोशाला में रख रही है, सांड़ों को गोशाला में न रखने का कारण है इनका उग्र स्वभाव, यह आपस में लड़ाई करने पर उतारू हो जाते है।
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