हरदोई। आंख के बदले आंख का सिद्धांत सउदी अरब में था, लेकिन उसी तरह घटना यूपी के हरदोई जिले में देखने को मिली। यहां 15 साल पहले पीटकर की गई हत्या का बदला लेने के लिए 30 से अधिक लोगों ने Murder of former Sarpanch को लाठियों और डंडों से पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया हैं। सभी ने एक ही स्वर में कहा, इसने हमारे पिता को पीट- पीटकर मार डाला था, इसलिए हमने उसे भी ठीक उसी तरह पीटकर मार डाला।
यह खूनी वारदात 2009 से शुरू हुई। हरदोई जिले के भैनगांव में सरपंच महावत और रामपाल महावत रहते थे। दोनों के अपने अपने परिवार थे। 28 अगस्त को 2009 को भैनगांव बाजार में रुपयों के लेनदेन को लेकर सरपंच और रामपाल के बीच विवाद हुआ। सरपंच ने अपने भाई के साथ मिलकर रामपाल को लाठियों से पीट पीटकर मार डाला था। इसके बाद दोनों आरोपी गिरफ्तार हुए थे। सरपंच को सजा हो गई थी और वह जेल में था। इस दौरान सरपंच का परिवार लखीमपुर खीरी के पलियापुरवा गांव में रहने लगा था, जबकि रामपाल का परिवार अटिया मझिगवां में बस गया था। 28 अगस्त 2009 के बाद से ज्यादातर लोगों ने सरपंच को देखा ही नहीं था। सरपंच जेल से छूटा तो कहां चला गया इसकी भी जानकारी ग्रामीणों को नहीं थी।
राहुल ने परिवार के साथ मिलकर पीटा
बुधवार सुबह वह पैदल फेरी करने गांव पहुंचा और इसकी जानकारी अटिया में रहने वाले राहुल को लग गई। फिर उसका पूरा कुनबा लाठियां लेकर पहुंच गया। यहीं पीट पीटकर उसे अधमरा कर दिया। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। पोस्टमार्टम में सिर, माथे और नाक की हड्डियां टूट जाने के कारण सिर में खून जम जाने से मौत होने की बात सामने आई है। सरपंच का अंतिम संस्कार उसकी ससुराल मुसैला गांव में देर शाम किया गया। घटना की जानकारी पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने मृतक के परिजनों के बारे में जानकारी जुटाना शुरू की। कई घंटों बाद पता चला कि उसका परिवार लखीमपुर में रह रहा है, लेकिन किसी से बात नहीं हो पाई। इसी बीच पता चला कि सरपंच की ससुराल संडीला कोतवाली क्षेत्र के मुसैला गांव में है, तो उसके ससुरालीजनों को सूचना दी गई। उसके साले प्रवीण और ललऊ घटनास्थल के बाद बेनीगंज कोतवाली भी पहुंचे। देर शाम मृतक की पत्नी निर्मल अपने छह बच्चों के साथ बेनीगंज कोतवाली पहुंची। सीओ हरियावां संतोष सिंह ने बताया कि निर्मल से घटना की तहरीर ली जा रही है। उसी आधार पर विस्तार से रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
मारपीट की यह वारदात भाजपा नेता बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री कर्मवीर सिंह चौहान के घर में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। जिसमें तीस महिला पुरुष सरपंच पर लाठियों से हमला करते दिख रहे हैं। दो पुलिस कर्मी सरपंच को बचाने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं। इसी फुटेज के आधार पर घटना में आरोपियों की संख्या भी बढ़ेगी। सरपंच की हत्या के आरोप में सोमवार देर रात उसकी पत्नी निर्मल की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। घटना में बीरू, उसके भाई राहुल और बंसत, रूप और उसके भाई आजाद, गांव के ही सर्वेश, किशोर के पुत्र मुन्ना और किशोरी की पत्नी सरवत्तो, मोईन की पत्नी नीता, वियाजन, उसके पुत्र श्यामू और श्यामू की पत्नी इंतजारी को नमाजद किया गया है। 25-30 अज्ञात लोगों पर भी रिपोर्ट दर्ज हुई है।
ये था पूरा मामला
बेनीगंज कोतवाली क्षेत्र में 15 साल पहले हुई हत्या का बदला लेने के लिए पुलिस की मौजूदगी में अधेड़ पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया गया। पुलिस ने घायल को किसी तरह बचाकर सीएचसी पहुंचाया। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने तीन महिलाओं समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पूरी घटना सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई है। मूल रूप से बेनीगंज कोतवाली क्षेत्र के भैनगांव निवासी सरपंच महावत (48) और उसके भाई ने 28 अगस्त 2009 को लेनदेन के विवाद में गांव के ही रामपाल की लाठियों से पीटकर हत्या कर दी थी। इस मामले में सरपंच लगभग 15 साल जेल में रहने के बाद दो साल पहले ही छूटा था। इसके बाद वह परिवार समेत लखीमपुर के पलियापुरवा गांव में रहने लगा था। दिल्ली और लखीमपुर में फेरी लगाता था।
इसे भी पढ़ें….