नई दिल्ली। अर्थशास्त्री और पूर्व प्रधानमंत्री Manmohan Singh का स्मारक राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर ही बनेगा। इसे पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के स्मारक के पास बनाया जाएगा। इस संबंध में पूर्व पीएम के परिवार ने स्मारक को लेकर सहमति जता दी है। मनमोहन सिंह के घर वालों ने आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय को पत्र लिखकर प्रस्तावित स्थल को मंजूरी दे दी है। परिवार ने विभाग को स्वीकृति पत्र भेज दिया है।
कांग्रेस ने की थी गंदी राजनीति
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्रियों का स्मारक बनाने को लेकर कांग्रेस गंदी राजनीति कि थी, उसने पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंहा राव के निधन के बाद स्मारक स्थल बनाने की बात तो दूर उनके लिए दो मिनट का मौन तक धारण नहीं किया था। यहां तक कांग्रेस पार्टी के ही प्रधानमंत्री होने के बाद भी उनके दिवगंत शरीर को पार्टी मुख्यालय तक नहीं आने दिया था, उनके घर वालों ने अपने राज्य में ले जाकर अंतिम संस्कार किया था।
बीजेपी ने सरकार ने कांग्रेस के प्रधानमंत्री Manmohan Singh के लिए उनकी मृत्यु के दिन के दिन से ही उचित सम्मान देने की बात कह रही है। यहां तक बीजेपी के उच्च स्तरीय नेता उनके निधन पर शोक जताने उनके आवास पर भी गए थे। कांग्रेस के नजर में केवल उसी को सम्मान दिया जाता है तो गांधी— नेहरू परिवार से आते है, उनका मानना है देश में केवल उन्हीं के खानदान को इज्जत मिलनी चाहिए।
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