अयोध्या। अयोध्या में प्रभु श्रीराम का मंदिर कुछ कट्टर पंथियों को रास नहीं आ रहा है, इसलिए उसे बम से उड़ाने की साजिश रची जा रही है। ऐसी ही साजिश का सोमवार को एसटीएफ ने राजफाश किया है। इस बार आतंक के आकाओं ने अयोध्या निवासी 19 साल के अब्दुल रहमान को निशाना बनाया। उसे आतंक की ट्रेनिंग देकर मौत के सामान के साथ अयोध्या भेजने वाले थे,उससे पहले एसटीएफ ने उसे धरदबोचा। अब उससे आतंक के आकाओं के आकाओं के बारे में जानकरी जुटा रही है। फरीदाबाद पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी को अपने आतंकी साथियों व संगठन की ओर से लगातार मैसेज आ रहे थे। इसके तहत वो हैंड ग्रेनेड लेकर कहीं से आया और फरीदाबाद होते हुए वो आगे जाने वाला था।
अयोध्या मंदिर था निशाने पर
Conspiracy to blow up the temple पर हमले की साजिश रच रहे आतंकी अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी के बाद पुलिस सूत्रों ने बताया कि आतंकी संगठन आईएसआईएस खुरासान ने राम मंदिर पर हमला करने के लिए तैयार किया था। आतंकी संगठन ने ब्रेनवाश कर अब्दुल रहमान और अन्य को अयोध्या में मस्जिद की जगह बन रहे मंदिर को लेकर धार्मिक भावनाएं भड़काते हुए मंदिर पर हमले के लिए तैयार किया। आईएसआईएस-के पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सक्रिय है। अब्दुल कई महीने से इस आतंकी संगठन के संपर्क में था। सोशल मीडिया के जरिये इससे संपर्क किया गया था। जिसके बाद इसे एक ग्रुप में शामिल किया गया।
वीडियो डालकर करते थे गुमराह
आतंक के आकाओं द्वारा ग्रुप में धर्म विशेष को लेकर आहत करने वाले वीडियो डाले जाते थे। ग्रुप के लोगों को अलग-अलग व्यक्तियों के कुछ रेकॉर्ड किए गए वीडियो संदेश भी भेजे जाते थे। इन संदेश में अब्दुल और इसके जैसे अन्य युवाओं को कहा जाता था कि तुम्हारे ऊपर अयोध्या में जुल्म हुआ है और अब तुम्हे इसका बदला लेना है। इसी तरह इन्हें हमले के लिए तैयार किया गया।पुलिस के अनुसार, इस आतंकी संगठन के कहने पर ही अब्दुल ने राम मंदिर और उसके आस-पास की रेकी कर वहां की वीडियो बनाई। कई सारी वीडियो इसने आतंकी संगठन के साथ साझा भी की थी। इसके पास से मिले मोबाइल से भी इस तरह की वीडियो बरामद होने की बात कही जा रही है। रेकी होने के बाद हमले की तैयारी चल रही थी।
मोबाइल पर आते थे मैसेज
आतंकी अब्दुल रहमान (19) की गिरफ्तारी के बाद फरीदाबाद पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी को अपने आतंकी साथियों व संगठन की ओर से लगातार मैसेज आ रहे थे। इसके तहत वो हैंड ग्रेनेड लेकर कहीं से आया और फरीदाबाद होते हुए वो आगे जाने वाला था। लेकिन यहां आने के बाद उसका अपने साथी आतंकियों से संपर्क नहीं हो पा रहा था। इसी के चलते वो बांस रोड पाली पर एक सुनसान खाली जगह में बने टिनशेड के बरामदे में जाकर रात को रुक जाता था। दिनभर वो आस-पास के एरिया में हैंड ग्रेनेड के बैग लेकर घूमता रहता।
एटीएस गुजरात ने आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के सहयोग से आतंकी की डिटेल जुटाई और उसकी फोटो एसटीएफ को साझा की। रविवार 2 फरवरी को एटीएस व आईबी की टीम को पता चला कि आतंकी की लोकेशन फरीदाबाद के पाली एरिया में है तो वे टीमें भी यहां पहुंची। फिर तीनों सुरक्षा एजेंसियों की टीम ने मिलकर आरोपी को काबू किया। ये शरीर से भी काफी दुबला-पतला है और लंबाई भी अधिक नहीं है। लेकिन आरोपी से हुई शुरुआती पूछताछ से साफ है कि इसका ब्रेनवॉश किया गया है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि इसके बैग में दो हैंड ग्रेनेड हैं तो एक बार को जांच एजेंसियों के भी होश उड़ गए। तुरंत बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया गया और उन्होंने दोनों हैंड ग्रेनेड को निष्क्रिय किया
अगले आदेश के इंतजार में था
हैंड ग्रेनेड लेने के बाद अगले आदेश के आने का इंतजार कर रहा था हमले के लिए हैंड ग्रेनेड लेने के लिए भेजा गया था। हैंड ग्रेनेड लेने के बाद अब ये आतंकी संगठन के अगले आदेश के आने का इंतजार कर रहा था। लेकिन उससे पहले ही आईबी, गुजरात एटीएस को इसकी जानकारी मिली। उन्होंने अपने सूत्रों से आतंकी की फोटो भी अरेंज कर ली। जिसके बाद जानकारी को पलवल एसटीएफ से साझा कर रविवार को सभी टीमों ने मिलकर आतंकी को फरीदाबाद के बांस रोड पाली से गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ के अधिकारी ने बताया कि पुलिस की संयुक्त टीम को यूपी फैजाबाद में आतंकी के घर की तलाशी के लिए भेजा गया है। ताकि घर से भी सबूत इकट्ठे किए जा सकें। पलवल एसटीएफ यूनिट से आतंकी को शुरुआती पूछताछ के बाद फैजाबाद ले जाने का प्लान है।
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