मेरठ। यूपी के मेरठ में हुए सौरभ हत्याकांड में हत्यारोपी पुलिस हिरासत में रोज नए- नए खुलासा कर रहे है। सौरभ की हत्यारोपी पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने साजिश रचकर हत्या को अंजाम दिया। हत्या करने के बाद साहिल ने 24 घंटे तक कटा सिर और कलाइयों से कटे हाथ अपने घर पर अपने कमरे में रखे, वहीं सोया। वहीं, सौरभ का धड़ मुस्कान के कमरे में बेड के बॉक्स में रहा और मुस्कान उसी बेड पर सोई।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने नवंबर 2024 में सौरभ को मारने की साजिश रची थी। उसे रास्ते से हटाकर दोनों साथ रहना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने नवंबर में ही गांव-गांव जाकर यह पता किया था कि जानवर के मरने पर उसे कहां दबाया जाता है, ताकि हत्या करने के बाद वह सौरभ का शव वहां दबा सकें और किसी को इसका पता भी न चले।
अपने लिए खरीदी थी नींद की गोलियां
22 फरवरी 2025 को kaatil muskaan ने शारदा रोड स्थित एक डॉक्टर के यहां अपने को डिप्रेशन का मरीज बताते हुए नींद की गोलियां लिखवाईं, क्योंकि बिना डॉक्टर के पर्चे के नींद की दवाइयां नहीं मिलती हैं। इसके बाद उसने गूगल पर सर्च कर नींद और नशे की गोलियों के कुछ साल्ट और देखे। इन्हें उसने डॉक्टर के पर्चे पर खुद लिखा। वह प्रेमी के साथ खैरनगर पहुंच गई और नींद व नशे की गोलियां लीं। दोनों ने शारदा रोड से मीट काटने वाले 800 रुपये के दो चाकू, 300 रुपये में उस्तरा और पॉली बैग खरीदे। तीन मार्च को सौरभ अपनी मां रेणु के घर से लौकी के काेफ्ते की सब्जी लाया था। उसने कोफ्ते गर्म करने के लिए मुस्कान को दिए। मुस्कान ने सब्जी में नींद की व अन्य नशीली दवाइयां मिला दीं। जिसके खाने के बाद सौरभ सो गया।
सौरभ के सोने के बाद मुस्कान ने प्रेमी साहिल को फोन करके घर बुला लिया। साहिल घर पहुंचा और दोनों ने मिलकर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर सौरभ की हत्या कर दी। शव को बाथरूम में ले जाकर उस्तरे से पहले उसकी गर्दन काटी। इसके बाद हाथ और कलाइयों से हाथ काटे। इसके बाद शव के टुकड़े-टुकड़े कर पॉली बैग में भरकर अलग-अलग स्थान पर फेंकने की थी। दोनों ने सौरभ के धड़ को पॉली बैग में भरकर वहीं डबल बेड के बॉक्स में रख दिया। इसके बाद पकड़े जाने के डर से दोनों मिलकर शव के टुकड़ों को ड्रम में डाला और सीमेंट और कंक्रीट डालकर जमा दिया, जिसे बाद में पुलिस ने ड्रम को काटकर शव को निकाला।
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