उन्नाव। यूपी पुलिस ने उन्नाव जिले में नाम और पहचान छिपाकर रह रहे छह बांग्लादेशियों को पकड़ा। यह लोग पुलिस से बचने के लिए कबाड़ी बनकर रहते थे और लोगों को रुपये के बदले रियाल देकर ठगी का खेल करते थे। इनके पास से फर्जी आधार कार्ड बड़ी संख्या में की पैड फोन समेत अन्य चीजे बरामद हुई। यह लोग छह साल पहले बंगाल के रास्ते देश में घुसे थे। इसके बाद से अलग— अलग स्थानों पर रहकर ठगी का कार्य कतरे थे।पुलिस के अनुसार, फोन पर बातचीत रिकार्ड न हो सके इसलिए आईएमओ एप का प्रयोग करते थे। अफरोजा नाम की महिला ने 700 दिन में 950 सिम बदले। यह सभी सिम फर्जी पहचान पत्र की मदद से लिए गए।
अफरोजा जिस सिम का एक बार प्रयोग कर लेती थी, उसे दूसरे से बात करने में प्रयोग नहीं करती थी। आरोपी अब्दुल जलील के पास मिले दो आधार कार्डों में एक मथुरा का दूसरा दिल्ली का मिला है। दिल्ली से उसका ड्राइविंग लाइसेंस भी है। हामीदा के पास अलोमनगर बांग्लादेश का पहचान पत्र मिला है।
फर्जी दस्तावेज बनाने वालों पर गिरेगी गाज
इन सभी लोगों ने यह पहचान पत्र कैसे बनवाए, किन लोगों ने मदद की इसकी जांच की जा रही है। गिरोह से ऐसे लोगों के भी जुड़े होने की पुख्ता प्रमाण हैं जो फर्जी आईडी पर सिम उपलब्ध कराते थे। यह सिम देने वालों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द नेटवर्क के और सदस्यों को भी दबोचा जाएगा।
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने सदर कोतवाली के गदनखेड़ा स्थित सब्जी मंडी के पास अपना आशियाना बना रखा था, कोई पहचान न ले इसलिए कबाड़ी का काम करते थे। 10 साल से अलग-अलग जिलों में जाकर ठगी कर चुके थे। उन लोगों ने बताया कि सिद्दिकी नाम का युवक गदनखेड़ा चौराहे पर गाड़ी से आकर 50 रियाल देकर चला जाता था। वह कहां रहता है और किसके कहने पर आता था, यह आरोपियों ने पता न होने की बात बताई है।
इस्लामी बैंक में खाता मिला
कोतवाल राजपाल ने बताया कि जांच में पता चला कि अब्दुल जलील का बांग्लादेश के ढाका स्थित खुलना बाजार बैंक शाखा में खाता है, उसमें रुपये भी ट्रांसफर हुए हैं। आरोपी मासूम मुल्ला ने पत्नी के पश्चिम बंगाल स्थित बैंक खाते में रुपये भेजे हैं। तीसरी आरोपी हमीदा का बांग्लादेश के इस्लामी बैंक में खाता मिला है। 23 फरवरी को उस बैंक में रुपये ट्रांसफर करने की इंट्री मिली है। मामले की जांच आईबी (इंटलीजेंस ब्यूरो) भी कर रहा है।
ये है पूरा मामला
जिले के बीघापुर में रुपये के बदले ज्यादा रियाल देने का लालच देकर ठगी करने वाले पांच Bangladeshi Citizen को पुलिस ने दबोचा है। एसपी ने बताया कि यह सभी बांग्लादेशी हैं और छह साल पहले पश्चिम बंगाल के रास्ते देश में दाखिल हुए। फर्जी निवास प्रमाणपत्र बनवाकर चोरी छिपे दिल्ली फिर मथुरा में रहने लगे। भारत में पासपोर्ट बनवाकर वीजा लेकर बांग्लादेश भी जाते थे।
इसे भी पढ़ें….