बरेली। यूपी के बरेली जिले सेटेलाइट बस अड्डे पर पुलिस चौकी के सामने शाम को parcel contractor और उसके भाई को कुली को ने गोली मार दी, जिससे ठेकेदार के भाई की मौत हो गई और वह जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहा है। दरअसल सरकार ने बस अड्डों पर समान उतारने और लादने का काम अब ठेके पर दे दिया है, जिससे वहां पहले से मौजूद कुलियों के सामने आर्थिक संकट आ गया है। इसी विवाद को लेकर प्रतापगढ़ निवासी ठेकेदार अतुल पांडेय और कुलियों के बीच कई बार विवाद हो चुका है, पिछली बार कुली ने ठेकेदार से मारपीट की थी, जिसकी शिकायत करने पर पुलिस 151 में कार्रवाई के पल्ला झाड़ लिया। इससे कुलियों के हौंसले और बुलंद हो गए। मंगलवार शाम को भीड़ के बीच एक कुली ने अपने काउंटर पर मौजूद पार्सल ठेकेदार व उसके भाई को shot to death । डॉक्टर ने ठेकेदार के बड़े भाई अनुज पांडेय को मृत घोषित कर दिया। जबकि, प्रतापगढ़ निवासी ठेकेदार अतुल पांडेय का मालियों की पुलिया के पास निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बता दे कि रोडवेज बसों में व्यापारी अपना माल कुलियों से रखवाते थे और परिचालक से अनुमानित वजन व आकार के हिसाब से टिकट बनवा लेते थे। इस व्यवस्था में कई बार यात्रियों को नफा-नुकसान खास नहीं होता था पर बसों के स्टाफ से लेकर कुलियों तक को ऊपरी आमदनी का रास्ता खुला रहता था। कई बार यात्री से समझौते के आधार पर माल का टिकट नहीं भी बनाया जाता था या मामूली बना दिया जाता था।परिवहन निगम ने जब इसके लिए नियमावली तय कर दी। यह काम ठेकेदारों के हवाले कर दिया। प्रतापगढ़ निवासी अतुल पांडेय को बरेली सेटेलाइट स्टैंड का ठेका मिला तो उनके बड़े भाई अनुज पांडेय भी उनके साथ आकर हाथ बंटाने लगे।
कुलियों का काम हो गया ठप
रोडवेज बसों में सेटेलाइट से लदने वाले माल के पार्सल की पर्ची स्टैंड परिसर में बने ठेकेदार के काउंटर से कटने लगी। साथ ही ठेकेदार के ही चार मजदूर बसों में लदान की व्यवस्था करने लगे। तब से ही सेटेलाइट बस अड्डे पर पंजीकृत कुलियों का काम ठप सा हो गया था। नौबत यादव इनका नेता था, इसलिए ठेकेदारों से तकरार में वह हमेशा आगे रहता था। इसी विवाद में दो माह में चार बार मारपीट हो चुकी है।
पुलिस ने की लापरवाही
contractor ने बताया कि नौबत यादव के उकसावे पर कुली अक्सर उसे और उसके भाई को परेशान करते थे।दो फरवरी को कुछ कुलियों ने उन लोगों से मारपीट कर दी। झगड़े में उनके सिर से खून आ गया। उन्होंने बारादरी थाने जाकर तहरीर दी तो पुलिस ने उन्हें भी बैठा लिया और फिर शांतिभंग में चालान कर दिया।
इस झगड़े को लेकर बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय का कहना था कि ठेकेदार के लोगों और कुलियों में झगड़ा हुआ था। इसमें दोनों पक्ष के लोगों को चोट लगी थी। तब दोनों ही ओर से तहरीर दी गई थी। उन्होंने एक पक्ष से बिथरी के धारूपुर ठाकुरान निवासी रिजवान, नन्हे, शाजेब व कामदेव तो दूसरे पक्ष के अतुल पांडेय का शांतिभंगा में चालान कर दिया। दोनों ही पक्षों को मुचलका पाबंद किया गया था।
सीने में मारी गोली
प्रतापगढ़ जिले के थाना अंतू के गांव किशुनगंज निवासी पार्सल ठेकेदार अतुल पांडेय ने बताया कि वारदात शाम साढ़े छह बजे हुई। वह उस वक्त सेटेलाइट बस अड्डे पर बने लगेज काउंटर में चारपाई पर सो रहे थे। उनके भाई अनुज पांडेय काउंटर पर बैठे थे। बिथरी थाने के मेहतरपुर करोड़ गांव निवासी कुली नौबत यादव ने आकर उनके भाई के सीने पर गोली मार दी। फायरिंग की आवाज सुनकर वह जागे तो नौबत ने उनको भी गोली मार दी जो उनके कूल्हे में लगी।
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