जौनपुर: वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के संकाय भवन के कांफ्रेंस हाल में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर “विकास और विरासत: प्रगति पथ पर उत्तर प्रदेश” विषय पर संगोष्ठी हुई। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य राज्य की उपलब्धियों और उसके गौरवशाली इतिहास को उजागर करना रहा। संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक धरोहर और आधुनिक विकास के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इसी क्रम में कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आर्थिक दृष्टि से देश का एक प्रमुख केंद्र है। संकायाध्यक्ष प्रो. मनोज मिश्र ने कहा कि हमारी विरासत को मिटाने की कोशिश की गई, लेकिन हमने अपने अभिलेखों को मिटने नहीं दिया। आज भी अभिलेख हमारे इतिहास और साहित्य पर सवाल की तरह खड़े हैं। संगोष्ठी के पूर्व विद्यार्थियों को उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत पर आधारित वृत्तचित्र दिखाई गई। संगोष्ठी का आयोजन एवं संचालन नोडल अधिकारी डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सुनील कुमार ने किया।
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