लखनऊ की पहली धर्मध्वजा तले बड़ी भुइयन माता मंदिर में सुमेरू रूद्रमहायज्ञ का शुभारंभ 10 नवंबर से, साधु-संतों का लगेगा जमावड़ा

लखनऊ। राजधानी के आईआईएम रोड, यादव चौराहा निकट सरौरा में स्थित लखनऊ की पहली धर्मध्वजा तले बड़ी भुइयन माता मंदिर एक बार फिर से भव्य धार्मिक अनुष्ठान का साक्षी बनने जा रहा है। 10 नवबंर यानि रविवार से अगले पांच दिनों तक यहां आस्था का सैलाब उमड़ता दिखाई देगा। इस बीच यहां साधु—संतों के साथ श्रद्धालुओं का भी जमावड़ा रहेगा।

दरअसल यहां 10 नवबंर, 2024 से 12वां सुमेरू रूद्रमहायज्ञ प्रारंभ होने जा रहा है। आयोजन के पहले दिन भव्य कलश यात्रा के बाद यज्ञ का शुभांरभ होगा। वहीं 14 नवंबर, 2024 को पूर्णाहुति के साथ यह भव्य धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न होगा। इसके अगले दिन 15 नवंबर, 2024 को मंदिर परिसर में भव्य भंडारा, वार्षिक मेला एवं जागरण के साथ इस पूरे आयोजन का समापन होगा।

भव्य कलश यात्रा के साथ होगा भव्य अनुष्ठान का शुभारंभ

इस बाबत जानकारी देते हुए माता सेवक तपस्वी नागा साधु आनन्द गिरि ने बताया कि लोगों में सद्बुद्धि, सद् व्यवहार, धर्म का विकास तथा विश्व कल्याण की पावन भावना ही इस भव्य धार्मिक अनुष्ठान का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि यहां यह आयोजन 12वीं बार किया जा रहा है। इस भव्य आयोजन के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि 10 नवबंर, 2024 को भव्य कलश यात्रा के साथ इस भव्य धार्मिक अनुष्ठान का आरंभ होगा।

15 नवंबर को यूं होगा भव्य धार्मिक अनुष्ठान का समापन

बताया गया कि इसी दिन अग्नि स्थापना के साथ महायज्ञ का शुभारंभ होगा। तपस्वी नागा साधु आनंद गिरि ने बताया कि 15 नवंबर, 2024 को भव्य भंडारा व वार्षिक मेला एवं जागरण के साथ यह पांच दिवसीय आयोजन संपन्न हो जाएगा। इससे पहले 14 नवंबर, 2024 को पूर्णाहुति के साथ यज्ञ संपन्न होगा।

यूं होगा कार्यक्रमों का आयोजन

कलश यात्रा : 10 नवबंर, 2024 रविवार, प्रात: 11 बजे। यज्ञ शुभारंभ: 10 नवबंर, 2024 रविवार। पूर्णाहुति: 14 नवंबर,2024, गुरूवार, प्रात: 10 बजे। भण्डारा व वार्षिक मेला, जागरण: 15 नवंबर, 2024, शुक्रवार प्रात: 1 बजे से।

इसे भी पढ़ें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Launch of Rasha from Azad ठंड में सर्दी -खांसी से बचाता है संतरा आंवला एक फायदे अनेक Ginger tea protects from cold Struggle is necessary to survive Hina