बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। सीएनएच के ब्रांड केस कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट ने ग्रामीण उद्यमिता और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए भारत के शहरों में अपने लीड (लाइवलीहुड्स एंड एंटरप्रेन्योरशिप अवेयरनैस डेवलेपमेंट) प्रोजेक्ट का दूसरा चरण शुरू किया है। इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को उद्यमशीलता कौशल से लैस करना है, ताकि गांवों से शहरों की ओर पलायन को रोका जा सके और रिवर्स माइग्रेशन को बढ़ावा दिया जा सके। इस प्रोजेक्ट के तहत मोबाइल प्रशिक्षण केंद्र वैन के माध्यम से प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और इस तरह कृषि और बुनियादी ढाँचा क्षेत्रों में सहायक आय सृजन के अवसरों के बारे में जागरूकता पैदा करने का प्रयास किया जाता है।
ग्रामीण इलाकों का इन्फ्रास्ट्रक्चर
फरीदाबाद से शुरू की गई लीड 2.0 पहल उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, ओडिशा, भुवनेश्वर और झारखंड में स्थित अतिरिक्त 1,500 गाँवों के युवाओं को लक्षित करके अपने प्रारंभिक चरण की सफलता पर आधारित है। दूसरे संस्करण का उद्देश्य ग्रामीण विकास के लिए आवश्यक क्षेत्रों के बारे में युवा प्रतिभाओं को शिक्षित करना है, जिसमें आधुनिक कृषि तकनीकें और कृषि में टिकाऊ प्रथाएं, मुर्गी पालन, डेयरी, मधुमक्खी पालन और मत्स्य पालन जैसे ग्रामीण उद्योग, साथ ही सड़क निर्माण और सिंचाई पर ध्यान देने के साथ ग्रामीण इलाकों में इन्फ्रास्ट्रक्चर भी शामिल है।
इन क्षेत्रों में ज्ञान और कौशल प्रदान करके, लीड 2.0 पहल का उद्देश्य क्षेत्रीय युवाओं को सशक्त बनाना, उन्हें सहायक आय सृजन के अवसर बनाने में मदद करना है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी और आर्थिक असमानता की चुनौतियों का समाधान हो सके। इन प्रयासों के जरिये अधिक संतुलित आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और ग्रामीण आबादी के बीच आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया जा सकेगा।
केस कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट
लीड 2.0 पहल का शुभारंभ करते हुए कंस्ट्रक्शन सेगमेंट के वाइस प्रेसिडें (एपीएसी और एएमई) एमरे करज़ली ने कहा, ‘‘केस में हम समावेशी विकास का समर्थन करते हैं और व्यापक आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में ग्रामीण उद्यमिता जो महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, उसे अच्छी तरह से पहचानते हैं। लीड 2.0 के साथ, हम ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले देश के युवाओं को विस्तारित अर्थव्यवस्था में भाग लेने के लिए आवश्यक संसाधन और अवसर देने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं।’’प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए केस कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट, इंडिया और सार्क के मैनेजिंग डायरेक्टर शलभ चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘देश बड़ी तेजी से ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है और इसी विजन के अनुरूप केस ने ग्रामीण युवाओं को अवसरों से जोड़कर और जागरूकता बढ़ाकर उनके कौशल को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
कुशल श्रमिकों की उच्च मांग
यह पहल न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को शिक्षित करती है, बल्कि इन क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक विकास में भी योगदान देती है। लीड 2.0 के माध्यम से, हमारा लक्ष्य बेरोज़गारी को दूर करना, संबंधित क्षेत्रों में कौशल संबंधी फासले को दूर करना है, जहाँ कुशल श्रमिकों की उच्च माँग है।’’प्रारंभिक चरण के तहत लीड 1.0 ने 5 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश में महत्वपूर्ण प्रभाव डाला, जिसमें 38 जिले शामिल थे और 3,113 गाँवों तक पहुँच बनाई। 61,981 लोगों की उपस्थिति के साथ, इस प्रोजेक्ट ने 36,381 प्रतिभागियों को प्रस्तुतियों में सक्रिय रूप से भाग लेते देखा। यह व्यापक भागीदारी ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने में परियोजना की सफलता को रेखांकित करती है और पहल को जारी रखने और विस्तार करने की आवश्यकता को भी दर्शाती है।
ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा
ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी और आर्थिक असमानता की चुनौतियों के जवाब में केस भारत में ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। स्थानीय भागीदारों और हितधारकों के साथ सहयोग करके, कंपनी का लक्ष्य ऐसे नए और खोजपरक समाधान लागू करना है जो इन चुनौतियों को दूर करने का प्रयास करते हैं। ये सॉल्यूशंस प्रत्येक क्षेत्र की अनूठी जरूरतों के अनुरूप भी हैं।केस देश में निर्माण उपकरणों की एक व्यापक श्रृंखला प्रदान करता है और वाइब्रेटरी कॉम्पैक्टर सेगमेंट में अग्रणी है। मध्य प्रदेश के पीथमपुर में कंपनी की अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधा घरेलू उपयोग और दुनिया भर के 100 से अधिक बाजारों में निर्यात दोनों के लिए मेड-इन-इंडिया उत्पाद बनाती है।
इसे भी पढ़ें..