लखनऊ। लोकसभा चुनाव में अपेक्षित सफलता नहीं मिलने के बाद होने वाले उपचुनाव में जीत हासिल करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कमर कस ली, एक- एक सीट पर अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई है। भाजपा भी इन 10 में से अपने हिस्से की पांच सीटों पर कब्जा बरकरार रखने के साथ ही शेष पांच सीटों को भी जीतने की रणनीति बनाई है। उप चुनाव की कमान खुद मुख्यमंत्री ने संभाली है। उन्होंने सभी 10 सीटों पर 16 मंत्रियों की टीम तैनात कर जीत पक्की करने की जिम्मेदारी दी गई है।
बैठक में बनाई रणनीति
जीत के पक्की करने के उददेश्य से रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में बैठक हुई थी। जिसमें भाजपा के साथ ही ओम प्रकाश राजभर को छोड़ सभी सहयोगी दलों के मंत्री भी मौजूद रहे। बैठक में उप चुनाव जीतने की रणनीति पर चर्चा हुई। इसके बाद 16 मंत्रियों की टीम का गठन कर सभी को अपनी-अपनी सीटों पर जीत दर्ज करने की जिम्मेदारी दी गई। मंत्रियों की टीम में भाजपा के अलावा सहयोगी दलों के मंत्रियों को भी शामिल किया गया है । कुछ सीटों पर दो तो कुछ एक मंत्री को जिम्मेदारी दी गई है। इनके साथ संगठन के भी पदाधिकारियों को लगाया जाएगा।
दरअसल उप चुनाव में सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज करके भाजपा लोकसभा चुनाव में मिले हार के घाव को भरना चाहती है। इसलिए मंत्रियों को हर हाल में जीत दर्ज करने के अभी से क्षेत्रों में डटे रहने को कहा गया है। वहीं, उप चुनाव की तारीखों की घोषणा जल्द होने की संभावना को देखते हुए भाजपा में टिकट के लिए भी भागदौड़ शुरू हो गई है।
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