इस्लामाबाद। एक तरफ भारत विश्वशक्ति बनने की राह पर है, वहीं पाकिस्तान अपनी मूलभूत जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहा है। ऐसा हम नहीं कह रहे है, बल्कि पाकिस्तान के नेता भी मानने लगा। इसका नमूना उस समय देखने के लिए जब पाकिस्तान के विपक्षी नेता और जेयूआई-एफ प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने भारत की तारीफ करते हुए अपने ही देश की शहबाज सरकार पर निशाना साधा है। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में भाषण के दौरान मौलाना रहमान ने कहा कि एक तरफ भारत महाशक्ति बनने का सपना देख रहा है, वहीं दूसरी ओर हम हम दिवालियापन से बचने के लिए दुनिया में भीख मांग रहे हैं। उन्होंने शहबाज सरकार से सवाल किया कि आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
महंगाई से पाकिस्तान पस्त
बता दें कि पाक में शहबाज सरकार के सामने बढ़ती महंगाई और बेपटरी हो चुकी अर्थव्यवस्था पर काबू पाना सबसे बड़ी चुनौती है। कई गंभीर चुनौतियों से जूझ रही शहबाज सरकार ऐसे समय में भी दो तरफा नीतियों में उलझी हुई है। एक तरफ जहां पाक सरकार कश्मीर राग अलापना नहीं भूल रही है, वहीं दूसरी ओर भारत के साथ अच्छे संबंधों की पैरवी भी कर रही है।मौलाना फजलुर रहमान ने कहा कि पाकिस्तान में सरकार महलों में बनती हैं और नौकरशाह तय करते हैं कि प्रधानमंत्री कौन होगा।
मौलाना रहमान ने कहा कि पाकिस्तान की दुर्दशा के लिए कुछ ही लोग जिम्मेदार है। हालांकि मौलाना रहमान ने उन लोगों का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने निर्वाचित अधिकारियों को महज कठपुतली बना दिया है। पाक में दीवारों के पीछे कुछ ताकतें काम कर रही है, जो हमें नियंत्रित कर रही हैं। वे निर्णय लेती हैं जबकि हम सिर्फ कठपुतली हैं।
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