लोकतंत्र का कर्तव्य निभाने के बाद, भाई के अंतिम संस्कार में शामिल हुए बनारसी लाल

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After fulfilling the duty of democracy, Banarasi Lal attended the funeral of his brother
बड़े भाई के मौत की खबर मिली, इसके बाद उन्होंने सबसे पहले मतदान किया।

कानपुर। चुनाव आयोग मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए लगातार प्रचार—प्रसार कर रहा है, इसके बाद भी कई क्षेत्रों में लोग वोट देने नहीं निकलते ऐसे लोगों के लिए 59 वर्षीय बनारसी लाल मिश्र एक प्रेरणास्रोत हैं। सोमवार सुबह छह बजे वह मतदान के लिए निकल पड़े,मतदान शुरू होने से पहले ही वह बूथ पर पहुंच गए। इसी दौरान उन्हें बडे भाई के मौत की खबर मिली, इसके बाद उन्होंने सबसे पहले मतदान किया, इसके बाद चचेरे भाई के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे।

मिश्री लाल सुबह जैसे ही रामकृष्ण नगर स्थित आरके मिशन स्कूल के गेट पर पहुंचे ही थे कि उनके चचेरे भाई श्रीनिवास पहुंचे और उन्होंने बनारसी लाल को उनके सगे बड़े भाई करुणा शंकर मिश्र के अचानक देहांत की सूचना दी। सामान्य तौर पर कोई भी व्यक्ति ऐसी खबर पाकर उल्टे पांव लौट जाता, लेकिन बनारसी लाल ने कुछ ऐसा किया कि सभी चकित रह गए। एक श्रेष्ठ नागरिक एवं जागरुक मतदाता का परिचय देते हुए बनारसी लाल अपने भाई के निधन की खबर पाकर पहले फफक पड़े।लेकिन, मतदाता के तौर पर अपनी जिम्मेदारी का अहसास करते हुए मतदान केंद्र के भीतर चले गए। उन्होंने मतदान किया। इसके बाद वह बड़े भाई के अंतिम संस्कार के लिए रवाना हुए।

प्रथम मतदाता का मिला था पुरस्कार

बनारसी लाल मिश्र ने बताया कि विधानसभा चुनाव 2022 में उन्होंने आरके मिशन स्थित मतदान केंद्र पर पहुंच कर बूथ में सबसे पहले मतदान किया था। इस पर उन्हें निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों द्वारा ‘प्रथम मतदाता’ का प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया था।

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