पढ़िए मैनपुरी का होनहार छात्र कैसे बना खूंखार अपराधी, जिसने टाटा स्टील के बिजनेस हेड ​​की हत्या की

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Read how a promising student of Mainpuri became a dreaded criminal who murdered the business head of Tata Steel.
मारे शर्म के उसके परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार गाजियाबाद में ही कर दिया

मैनपुरी। आज का युवा मेहनत की जगह जल्द अमीर बनने के चक्कर में अपराध का रास्ता चुन रहा है। यहीं रास्ता उसे मौत के मुंह तक ले जा रहा है। हम बात कर रहे है मैनपुरी के किशनी क्षेत्र के रहने वाले दक्ष की जिसने हाईस्कूल की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की इसके बाद उसके पास रास्ते थे कि वह पढ़ाई करके अच्छी नौकरी हासिल करें, लेकिन उसने अमीर बनने का शार्टकाट रास्ता चुना। अपराध के दलदल में इस तरह घुसता चला ​गया कि वह सौ रुपये के लिए हत्या करने के लिए तैयार हो जाता था। उसने टाटा स्टील के बिजनेस हेड विनय त्यागी को लूट के बाद गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से वह गाजियाबाद पुलिस के निशाने पर आ गया था।

आखिर में शुक्रवार सुबह वह पुलिस की गोलियां खाकर ढेर हो गया। मारे शर्म के उसके परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार गाजियाबाद में ही कर दिया, वह किसी से आंख तक नहीं मिला पा रहे है।

दो साल से घर से था दूर

तीन मई को टाटा स्टील प्रवेश अलमीरा के बिजनेस हैड विनय त्यागी की लूट के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में किशनी क्षेत्र के गांव हरीसिंगपुर निवासी दक्ष चौहान का नाम भी सामने आया था। शुक्रवार की सुबह गाजियाबाद पुलिस से हुई मुठभेड़ में दक्ष की जान चली गई। वह करीब दो साल से सीलमपुर में अपने रिश्तेदार के यहां रह रहा था।इस दौरान उसने माता पिता से संपर्क भी नहीं किया था।

पुलिस इंकाउंटर के बाद दक्ष को जानने वाले लोगों का कहना है कि एक बार जब वह दिल्ली से गांव आया था। तब उसके पास कई पिस्टलें थीं। वह कहता था कि 100 रुपये के लिए भी वह किसी की हत्या कर सकता है। उसकी यह बातें उस समय बचकानी लग रहीं थीं। लेकिन क्या पता था कि वह अपराध के रास्ते पर चल पड़ा है। गाजियाबाद में कुछ मंगलामुखियों की सोहबत में पड़ कर वह नशा भी करने लगा था।

अपराध के साथ नशे का भी शौक

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार  नशे की लत पूरा करने और जल्दी अमीर बनने के लिए जरायम की दुनिया में घुसता गया। चार साल पहले भी उसने गाजियाबाद में एक चोरी की थी। इस मामले में गाजियाबाद पुलिस ने ही उसे जेल भी भेजा था। यह भी चर्चा है कि दो साल पहले उसने अपने एक रिश्तेदार पर भी फायर कर दिया था। लेकिन मामले को दबा दिया गया था। परिजन की माने तो वह पढ़ाई में होशियार था, हाईस्कूल की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की थी। इसके बाद मामा के पास इंटर की पढ़ाई के लिए गाजियाबाद चला गया था।

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