19 फरवरी 2024, लखनऊ। पीपुल्स यूनिटी फोरम, लखनऊ के तत्वावधान में लोकतंत्र सेनानी व हाईकोर्ट लखनऊ के अधिवक्ता रहे सी. बी. सिंह के द्वितीय पुण्यतिथि पर स्मृति सभा का आयोजन हजरतगंज में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सोशलिस्ट चिंतक रामकिशोर व संचालन एडवोकेट वीरेंद्र त्रिपाठी ने किया।
कार्यक्रम में बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि सी. बी. सिंह जे. पी. मूवमेंट के प्रमुख स्तम्भ व क्रांतिकारी चिंतक थे। वक्ताओं ने श्रध्दांजलि देते हुए बताया कि सी. बी. सिंह का निधन 16 फरवरी 2022 को हो गया था। वे भगतसिंह के क्रांतिकारी विचारों को अपना आदर्श मानते थे और उसी राह पर वे आजीवन चले। हर तरह के अन्याय के खिलाफ संघर्ष करने में वे सबसे आगे रहे। उनके अंदर एक वैचारिक गहराई थी और मानवता के हितों में हर तरह का त्याग करने का साहस था।
वक्ताओं ने बताया कि सत्तर – अस्सी के दशक में सी. बी. सिंह छात्रों-युवाओं के सर्वमान्य नेता थे। उनके एक आवाज पर पूरे प्रदेश का छात्र-युवा सडकों पर आ जाता था। उन्होंने आपातकाल के दौरान इमरजेंसी के विरोध के कारण चौबीस महीनें जेल में गुजारे थे। आपातकाल के दौरान जय प्रकाश नरायण के नेतृत्व में हुए देशव्यापी आन्दोलन में छात्र युवा संघर्ष समिति व छात्र युवा वाहिनी के गठन में सी. बी. सिंह की प्रमुख भूमिका थी। 1973 में हुए पुलिस, पी ए सी आन्दोलन के वे प्रणेता थे। उस दौरान भी उन्हें जेल जाना पड़ा था। क्रांतिकारी संघर्षों के साथ ही लोकतंत्र को वास्तविक बनाने के आंदोलनों में उनकी बेहद रूचि थी। उन्होंने आपातकाल के दौर में एक क्रांतिकारी जन राजनीति को व्यवहारिक रूप देने की कोशिश किया था।
कार्यक्रम में आदेश यादव, पुलकित, एडवोकेट प्रभात कुमार, विजय वर्मा, राजीव सिंह, इमरान अहमद, के के शुक्ला, सतीश श्रीवास्तव, उदयवीर सिंह, जय प्रकाश, एडवोकेट कुलदीप सहित अन्य वक्ताओं ने अपने विचार रखे।