बिजनेस डेस्क, मुंबई। मुंबई फर्स्ट की भागीदारी में शुरू की गई अग्रणी पहल, सोहराब पिरोजशा गोदरेज पर्यावरण पुरस्कार के सफल लॉन्च के बाद अब गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड और इसकी सहायक कंपनियों ने डॉ. अशोक खोसला को इस पुरस्कार का पहला विजेता घोषित किया। मुंबई में आयोजित इस पुरस्कार समारोह में पर्यावरण तथा वहनीयता के क्षेत्र में डॉ.अशोक खोसला के उत्कृष्ट योगदान की सराहना की गई।अग्रणी पर्यावरणविद् डॉ. अशोक खोसला ने अपने प्रयासों से न केवल देश में बल्कि वैश्विक मंच पर भी अपनी अमिट छाप छोड़ी है। वह अपने विस्तृत करियर के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड, राष्ट्रीय पर्यावरण बोर्ड और देश के कैबिनेट की वैज्ञानिक सलाहकार परिषद से जुड़े रहे।
समर्पण का प्रभावशाली असर
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, खोसला ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की, साथ ही उन्होंने 1965 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पर्यावरण पर पहले विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, 1972 में एक विकासशील देश में पर्यावरण के लिए पहली सरकारी एजेंसी का नेतृत्व किया और 1983 में वहनीय विकास से जुड़ा पहला सामाजिक उद्यम स्थापित किया।
इस मौके पर, गोदरेज इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, नादिर गोदरेज ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा, “हमें डॉ. अशोक खोसला को पहला सोहराब पिरोजशा गोदरेज पर्यावरण पुरस्कार देने की घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है। उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियां और पर्यावरण से जुड़े मुद्दों के प्रति समर्पण का प्रभावशाली असर हुआ, और वह वास्तव में इस पुरस्कार की मूल भावना का प्रतीक हैं। हम उनकी उपलब्धियों का सम्मान करते हुए पर्यावरण से जुड़े मुद्दों और वहनीयता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जारी रखने के लिए प्रेरित हैं।
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