बिजनेस डेस्क: सुरक्षा सिर्फ बस प्रतिकूल परिस्थितियों से अपनी रक्षा का नाम नहीं बल्कि यह मन की शांति और स्थायी खुशी का आधार है। गोदरेज एंटरप्राइज ग्रुप के सुरक्षा समाधान व्यवसाय (सिक्योरिटी सॉल्यूशंस बिज़नेस) द्वारा किए गए ताज़ातरीन ‘हैप्पीनेस सर्वे’ से पता चलता है कि जिन लोगों के घर की सुरक्षा का उल्लंघन हुआ और उनमें से 98% ने बताया कि इससे उनके समग्र सुरक्षा भाव और खुशी पर सीधा असर पड़ा है। इससे भी ज़्यादा चिंताजनक बात यह है कि इनमें से 56% उत्तरदाताओं ने माना कि ऐसे उल्लंघन का उनके स्वास्थ्य पर बहुत अधिक असर हुआ।
होम लॉकर का विकल्प चुना
इस सर्वेक्षण में शामिल 35% उत्तरदाताओं के घर सेंधमारी, डकैती और चोरी जैसी घटनाएं हुईं, इसलिए ये निष्कर्ष सुरक्षा को बेहतर तरीके से अपनाने की तत्काल ज़रूरत को रेखांकित करते हैं। सर्वेक्षण में यह पता लगाने की कोशिश की गई कि लोगों ने सुरक्षा के लिए कैसे तरीके अपनाए। 41% उत्तरदाताओं ने बताया कि उन्होंने होम लॉकर (तिज़ोरी) का विकल्प चुना, 45% ने निगरानी कैमरों को अधिक सुरक्षित उपाय बताया, 36% ने सुरक्षा गार्ड की उपस्थिति पर ज़ोर दिया, 29% ने अलार्म सिस्टम को प्राथमिकता दी, और 20% ने वीडियो डोर फोन की भूमिका पर रोशनी डाली।
Godrej Enterprise Group के सिक्योरिटी सॉल्यूशंस बिज़नेस के ईवीपी और बिजनेस हेड, श्री पुष्कर गोखले ने इन निष्कर्षों पर अपनी टिप्पणी में कहा, “हमारे सर्वेक्षण के निष्कर्षों में सुरक्षा और खुशी के बीच मजबूत संबंध स्पष्ट है। सुरक्षित वातावरण खुशहाल और अपेक्षाकृत अधिक आत्मविश्वासी समाज को बढ़ावा देता है। सुरक्षा प्रौद्योगिकी को अपनाना सिर्फ चलन भर नहीं है, बल्कि यह बेहतर जीवन से जुड़ी प्रमुख आवश्यकता है। गोदरेज में, हम ऐसे नए-नए उपाय पेश करते रहते हैं जो लोगों को सबसे महत्वपूर्ण चीज़ों की सुरक्षा करने के लिए सशक्त बनाते हैं, ताकि वे खुशहाल, चिंता मुक्त जीवन जी सकें।”
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