
12 सितम्बर 2024, लखनऊ। भारतीय रेलवे का निजीकरण और व्यावसायीकरण पर रोक लगाने, सभी रिक्तियों को तुरंत भरने और सेवाओं के विस्तार के अनुसार पर्याप्त मात्रा में नौकरियां पैदा करने, ट्रेनों में अनारक्षित और द्वितीय श्रेणी स्लीपर बोगियों की संख्या बढ़ाने, प्रवासी श्रमिकों के लिए पूरी तरह से अनारक्षित ट्रेनें शुरू किये जाने व वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली रियायतें बहाल किये जाने, अत्यधिक कीमत वाले तत्काल प्रीमियम कोटा को समाप्त किये जाने व टिकटों पर रद्दीकरण शुल्क हटाये जाने सहित छः सूत्रीय मांगों को लेकर युवा संगठन ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ ऑर्गेनाइजेशन (AIDYO) की ऑल इंडिया कमेटी के द्वारा राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन आयोजित किये जाने का आह्वान किया गया था। इसी कड़ी में, वृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से सैकड़ों की संख्या मे आये हुए युवा, युवतियों व आम नागरिकों ने विभिन्न मांगों वाली पट्टिका के साथ नारे लगाते हुए चारबाग रेलवे स्टेशन, लखनऊ से प्रदर्शन स्थल ईको गार्डेन तक जुलूस निकाला। जहाँ पहुँचकर जुलूस जनसभा में तब्दील हो गया। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष निरंजन नस्कर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बड़ी तादाद में गरीब प्रवासी मजदूर रोजी-रोटी की तलाश में अपने गांव से देश के विभिन्न शहरों में मजदूरी के लिए जाते हैं और दिन-प्रतिदिन जहाँ एक तरफ इनकी संख्या बढ़ती ही जा रही है, वहीं दूसरी तरफ सरकार ट्रेनों में स्लीपर और जनरल कोचों की संख्या लगातार घटाते हुए एसी कोचों की संख्या बढ़ा रही है। जबकि गरीब यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जरूरत है स्लीपर व जनरल कोचों की संख्या को बढ़ाने व अतिरिक्त कोचों को जोड़ने की। साथ ही रेल यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए रिक्त पदों को युद्ध स्तर पर भरे जाने की जरूरत है किंतु सरकार पूरे रेलवे का ही निजीकरण कर रही है जिससे रेलवे का सफर आम आदमी के लिए और भी कष्टकारी साबित होने जा रहा है। उन्होंने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि रेलवे के निजीकरण के खिलाफ संगठित और जोरदार आंदोलन खड़ा करने हेतु आगे आयें। सभा को संगठन के राज्य सचिव रामकुमार यादव, राज्य अध्यक्ष मकरध्वज व सभी जिला इकाइयों के सचिवों ने भी सम्बोधित किया।
प्रदर्शन के दौरान रेलमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंपते हुए
इस अवसर पर माननीय रेल मंत्री, भारत सरकार श्री अश्वनी वैष्णव को सम्बोधित छः सूत्रीय ज्ञापन मंडल रेल प्रबंधक, उत्तर रेलवे, लखनऊ के माध्यम से भेजा गया। अंत में गगनभेदी नारों के साथ सभा समाप्त हो गई।