कानपुर। धर्म को व्यवसाय बनाने वाले कथित करौली बाबा की अब मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। एक के बाद एक भक्त सामने आने लगे है जिनसे बाबा ने मोटी रकम लेकर हवन किया,लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अब ऐसे लोग बाबा पर ठगी और धोखाधड़ी देने का मुकदमा दर्ज करा रहे है। इस क्रम पूर्व में कल्याणपुर थाने में तैनात रहे रिटायर्ड दरोगा प्रकाश नारायण भट्ट ने शहर में कोई सुनवाई न होने पर एमपी के छतरपुर थाने में बाबा के खिलाफ तहरीर दी है।
मध्यप्रदेश, छतरपुर के नरसिंह गढ़पुरवा निवासी रिटायर्ड दरोगा प्रकाश नारायण ने पुलिस को बताया कि यूट्यूब पर करौली सरकार के भ्रामक वीडियो देखकर वह भी उसके चक्कर में फंस गए। परिवार में पत्नी, बेटी, बेटा और नातिन काफी समय से अलग-अलग बीमारियों से परेशान थे। उनके इलाज के लिए बाबा से फोन पर संपर्क किया। इस पर बाबा के सेवादारों ने एक दिवसीय हवन के लिए 1.51 लाख रुपये जमा कराने को कहा।
5100 रुपये की फीस
इसके बाद उन्होंने ऑनलाइन रुपये बताए गए खाते में जमा कर दिए।इसके बाद बीते 20 मार्च को करौली आश्रम पहुंचकर पूरे परिवार के साथ एक दिवसीय हवन किया। लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। 22 मार्च को बाबा से मिलकर कोई फायदा न होने की बात बताई तो बाबा ने 10 हजार रुपये और जमा कराए। इसके बाद परिवार के प्रति व्यक्ति से मिलने के लिए 5100 रुपये की फीस बता दी। जब इसका विरोध किया तो बाउंसरोंं ने उनको परिवार समेत आश्रम से बाहर कर दिया। शहर में बाबा के खिलाफ कार्रवाई का काफी प्रयास किया। सुनवाई न होने पर अपने गृहजनपद में तहरीर दी है।
अब फीस न लेने की चाल
लवकुश आश्रम में आने वाले भक्तों से हवन, पूजन के नाम पर मोटी रकम वसूलने को लेकर मीडिया और सोशल मीडिया में हुई बदनामी के बाद बाबा ने अपना स्वर बदल दिया है। बाबा ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में दावा किया कि वर्ष 2025 से आश्रम में किसी तरह की फीस नहीं ली जाएगी। हालांकि तबतक बाबा के आश्रम में वसूली होती रहेगी।
इसे भी पढ़ें…