उमेश पाल की हत्या की ​साजिश रचने वाला वकील गिरफ्तार, मुस्लिम हॉस्टल में होती थी बैठकें

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Lawyer arrested for plotting Umesh Pal's murder, meetings were held in Muslim hostel
सदाकत ने एसटीएफ और पुलिस को साजिश में शामिल कई नए लोगों के नाम बताए हैं।

प्रयागराज।बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के मामले में प्रयागराज पुलिस ने सोमवार को वकील सदाकत खान को गिरफ्तार कर लिया। उसे रविवार को गोरखपुर से पकड़ा गया था। सोमवार को प्रयागराज पुलिस को सौंप दिया गया। गिरफ्तारी के बाद सदाकत को एमबी हाउस के उस कमरे में ले जाया गया, जहां वह रहता था। इसी कमरे में हत्याकांड की पूरी साजिश गुलाम, गुड्डू मुस्लिम तथा अन्य आरोपियों के साथ रची गई। सदाकत ने एसटीएफ और पुलिस को साजिश में शामिल कई नए लोगों के नाम बताए हैं। जल्द ही उन्हें एफआईआर में शामिल किया जाएगा।

उमेश पाल हत्याकांड में एसटीएफ ने गाजीपुर के बारा गहमर गांव के रहने वाले सदाकत खान को गिरफ्तार कर लिया गया। सदाकत खान ने खुद को इलाहाबाद हाईकोर्ट का वकील बताया। वह मुस्लिम बोर्डिंग हाउस में अवैध रूप से रह रहा था। एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश के मुताबिक सदाकत खान, उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य षड्यंत्रकारियों में एक है। हॉस्टल के उसके कमरे में ही उमेश की हत्या की पूरी साजिश रची गई। इस दौरान गुलाम और गुड्डू मुस्लिम समेत तमाम शूटरों ने कई बार बैठक कीं। बैठकों की सबसे खास बात यह रही कि अहमदाबाद जेल में अतीक अहमद और बरेली जेल में अशरफ ने भी व्हाट्सएप काॅल के माध्यम से इसमें भाग लेते थे।

पेशे से हाईकोर्ट का अधिवक्ता है सदाकत

​हत्या की साजिश रचने वाला सदाकत (25) है। सदाकत पेशे से इलाहाबाद हाईकोर्ट का वकील है। उससे पूछताछ में पता चला है कि हाईकोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस से ज्यादा उसका अपराधियों के साथ उठना— बैठना था। उमेश पाल हत्याकांड की योजना को अंतिम रूप दिए जाने के दूसरे दौर की तमाम अहम बैठकें इसी सदाकत के कमरे पर हुई थीं।

यह कमरा सदाकत ने प्रयागराज स्थित मुस्लिम हॉस्टल में ले रखा था। एसटीफ सोमवार को सदाकत को गोरखपुर से यहां लाई और प्रयागराज पुलिस को सौंपा। इसके बाद उसे एमबी हाउस के उसके कमरे में ले जाया गया। यहां पर भी पुलिस को काफी सुबूत मिले हैं। पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि हत्याकांड की साजिश के दौरान जेल से व्हाट्सएप से वीडियो और आडियो काल किए गए थे।

सदाकत को यूं तो अपराधियों की संगत काफी पसंद थी लेकिन अतीक गिरोह से वह मेंहदौरी के गुलाम हसन के माध्यम से जुड़ा। अतीक गिरोह ने उसे लालच दिया था कि धूमनगंज और करेली क्षेत्रों में विवादित जमीनों के सैकड़ों केस हैं। सारे केस उसे दे दिए जाएंगे। इससे बहुत जल्द ही उसकी गिनती बड़े और पैसे वाले वकीलों में होने लगेगी। उमेश हत्याकांड के बारे में उसे बताया तो उसने खुद आगे बढ़कर षड्यंत्र का नेतृत्व करना शुरू कर दिया।

भागने की कोशिश की

पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि सोमवार को सदाकत खान को मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल से जाया गया था। वहां से उसके कमरे की तलाशी के बाद लौटते समय जैसे गाड़़ी हॉस्टल से बाहर निकली,सदाकत भागने के प्रयास में गाड़ी से कूद गया। वह तेजी से भागा लेकिन डिवाइडर से टकराकर गिर गया। उसके सिर तथा शरीर के अन्य हिस्सों में काफी चोटें आई है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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