
9 दिसम्बर 2022, प्रतापगढ़। एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) के उत्तर प्रदेश राज्य सचिव कॉमरेड पुष्पेन्द्र का आकस्मिक निधन 7 दिसम्बर 2022 को रात लगभग 9.15 बजे उड़ैयाडीह मोड़ पर, (पट्टी प्रतापगढ़) में एक सड़क दुर्घटना में हो गया। इस ह्दयविदारक घटना से एसयूसीआई(सी) पार्टी कॉमरेडों, समर्थकों, परिवारजनों और प्रगतिशील व वामपंथी जन आंदोलनों के लिए अपूर्णीय क्षति हुई है।

कॉमरेड पुष्पेन्द्र की अंतिम यात्रा आज सुबह 11 बजे, बहेलियापुर, उड़ैयाडीह रोड पट्टी, प्रतापगढ़ स्थित SUCI-C कार्यालय से निकाली गई। इसके पूर्व SUCI-C कार्यालय पर दिवंगत कॉमरेड का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। जहां पर भारी संख्या में लोगों ने अंतिम दर्शन किया। मौके पर पहुंचे एसयूसीआई(सी) पार्टी के केन्द्रीय कमेटी के सदस्यों कॉमरेड अरूण सिंह व कॉमरेड सपन चटर्जी, राज्य कार्यालय सचिव कॉमरेड जगन्नाथ वर्मा, एआईडीएसओ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कॉमरेड सचिन जैन, एआईडीवाईओ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कॉमरेड रविशंकर मौर्य, एआईकेकेएमएस के राज्य अध्यक्ष कॉमरेड बेचन अली, एआईएमएसएस की उषा सिंह, एआईयूटीयूसी के कॉमरेड हीरालाल गुप्ता, कॉमसोमोल के कॉमरेड मिथिलेश कुमार, ब्रेक थ्रू साइंस सोसायटी के इंजी. जयप्रकाश मौर्य के अलावा पार्टी के सैकड़ों नेताओं, कार्यकर्ताओं, समर्थकों व क्षेत्रवासियों ने लाल सलाम पेश कर का. पुष्पेंद्र को नम आंखों से श्रद्धांजलि दिया। दिवंगत कॉमरेड का अंतिम संस्कार इब्राहिमपुर घाट ( ढकवा, प्रतापगढ़) पर किया गया।

SUCI-C उत्तर प्रदेश के कार्यालय सचिव का. जगन्नाथ वर्मा ने बताया कि शोक की घड़ी में एसयूसीआई सी पार्टी के सभी कार्यालयों पर 7 दिनों तक लाल झण्डा झुका रहेगा और सभी कॉमरेड्स सात दिनों तक काला बैज धारण करेंगे।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के दिवंगत SUCI-C सचिव कॉमरेड वी एन सिंह ने सर्वहारा वर्ग के महान नेता कॉमरेड शिवदास घोष के विचारों के सम्पर्क में आने के बाद उनसे प्रेरित होकर राज्य में पार्टी संगठन के निर्माण का काम शुरू किया था। उस दौरान जिन चंद साथियों को लेकर काम शुरू हुआ था, उनमें चक्रवर्ती विश्वकर्मा जी भी थे। कॉमरेड पुष्पेन्द्र उनके इकलौते बेटे थे। पिताजी से ही प्रेरित होकर कॉमरेड पुष्पेन्द्र ने अपने छात्र जीवन में एआईडीएसओ का काम शुरू किया। उसके बाद कॉमरेड पुष्पेन्द्र ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वे उन्नत रुचि-संस्कृति अपनाते हुए संघर्ष करते गए और पार्टी की विभिन्न तरह की जिम्मेवारियों का निर्वहन करते हुए बहुत ही कम उम्र में SUCI-C के उत्तर प्रदेश राज्य सचिव चुने गए थे। पार्टी की जिम्मेवारियां निभाते हुए धीरे-धीरे पार्टी के एक भरोसेमंद नेता के रूप में उनका उभार हो रहा था। अपने मधुर स्वभाव के जरिये उन्होंने सबका दिल जीत लिया था। कॉमरेड पुष्पेन्द्र मार्क्सवादी साहित्य तथा पार्टी साहित्य पढ़ने में काफी रुचि रखते थे। पार्टी संगठन में जब भी संकट पैदा हुआ, उन्होंने अपनी पूरी ताकत के साथ संघर्ष करके पार्टी को संकटमुक्त किया। कॉमरेड शिवदास घोष की शिक्षाओं को अपने जीवन में उतारते हुए कॉमरेड पुष्पेन्द्र अपने परिवार, अपनी पत्नी तथा बच्चों को भी पार्टी गतिविधियों में शामिल कराते थे। उनका बेटा पार्टी का सर्वकालिक कार्यकर्ता और एआईडीएसओ का राज्य स्तरीय नेता है। कॉमरेड पुष्पेन्द्र के चले जाने से पार्टी ने एक भरोसेमंद साथी को खो दिया। पार्टी में उनकी शून्यता बहुत दिनों तक खलती रहेगी। लेकिन हमें यह पूरा यकीन है कि उत्तर प्रदेश पार्टी के नेता और कार्यकर्ता कॉमरेड शिवदास घोष की शिक्षाओं से लैस होकर शोक को शक्ति में तब्दील करते हुए कॉमरेड पुष्पेन्द्र की कमी को पूरा करेंगे और आनेवाले दिनों में जन आंदोलनों में भाग लेते हुए पार्टी को ताकतवर बनाएंगे। ऐसा करते हुए ही कॉमरेड पुष्पेन्द्र को सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है।

कामरेड पुष्पेंद्र की मौत : हत्या या सड़क दुर्घटना ?बीते 7 दिसम्बर को रात 9.15 बजे बजे का. पुष्पेन्द्र की मौत अज्ञात वाहन के टकराने से हुआ माना जा रहा है लेकिन स्थानीय निवासियों की मानें तो यह दुर्घटना इतने कम समय में घटित हुआ जिससे संशय पैदा होता है। जय प्रकाश कहते है कि जिस तरह से घटना के मौके पर लिए गये वीडियो व फोटोग्राफ जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है वह कहानी कुछ और बताते हैं। जय प्रकाश का मानना है कि कामरेड पुष्पेंद्र की मौत हत्या है दुर्घटना नहीं। इस सम्बंध में प्रवीण विश्वकर्मा की तहरीर पर स्थानीय थाना पट्टी में एफआईआर सं.379/2022, अंतर्गत धारा 279, 338, 304ए आईपीसी दर्ज कर विवेचना उपनिरीक्षक अजीत सिंह द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कामरेड पुष्पेंद्र का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है तथा मामले की विवेचना किया जा रहा है।