हिसार। स्वयं शंभू संत बाबा राम रहीम भले ही इन दिनों जेल में अपने गुनाहों की सजा काट रहा है, लेकिन उसकी अरबों की प्रापर्टी पर हनीप्रीत कब्जा करती जा रही हैं। बाबा के पारिवारिक सदस्य उनसे दूर होते जा रहे है, जबकि हनीप्रीत सरकारी दस्तावेजों में उनकी धर्मबेटी के रूप में खुद को दर्ज करा चुकी हैं
पेरोल पर बाहर आया था राम रहीम
बाबा की मुंह बोली बेटी हनीप्रीत धीरे-धीरे सर्वेसर्वा बनती जा रही है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राम रहीम ने अपनी फैमिली ID में न तो अपनी पत्नी हरजीत कौर का नाम दर्ज करवाया और न ही अपनी मां नसीब कौर का, लेकिन हनीप्रीत का नाम अंकित है। UP के बागपत आश्रम में रहने के दौरान बनी ID में हनीप्रीत को राम रहीम की मुख्य शिष्या और धर्म की बेटी बताया गया है। राम रहीम ने अपने पिता और माता के नाम वाले कॉलम में शिष्य एवं गद्दीनशीन शाह सतनाम सिंह महाराज अंकित करवाया है, जबकि हनीप्रीत के पिता और माता के नाम वाले कॉलम में मुख्य शिष्य व धर्म की बेटी संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसा दर्ज करवाया है।
राम रहीम की करोड़ों की सालाना कमाई
राम रहीम और हनीप्रीत ने अपनी सालाना आय लाखों रुपये में दिखाई है। इस फैमिली ID में राम रहीम की उम्र 54 साल है और हनीप्रीत की 41 साल। हालांकि डेरा प्रबंधन हनीप्रीत के एकाधिकार को नकारता आया है। हनीप्रीत का असली नाम प्रियंका तनेजा है और फतेहाबाद की रहने वाली है। उसकी शादी डेरा अनुयायी विश्वास गुप्ता के साथ हुई थी, परंतु विवादों के बाद विश्वास ने हनीप्रीत से रिश्ता तोड़ लिया था।
आधार कार्ड में भी करवाया था बदलाव
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 30 दिन की पैरोल के दौरान राम रहीम ने बागपत आश्रम में उसने अपना आधार कार्ड भी अपडेट कराया था, जिसमें राम रहीम ने अपने पिता के नाम के आगे शिष्य एवं गद्दीनशीन शाह सतनाम जी महाराज अंकित करवाया, जबकि पहले राम रहीम के आधार कार्ड पर उनके पिता मग्गर सिंह का नाम अंकित था। डेरा अनुयायियों के एक धड़े द्वारा चलाए जा रहे फेथ वर्सेज वर्डिक पेज पर इस आधार कार्ड की कॉपी अपलोड की गई। साथ ही उनकी ओर से यह दावा किया गया है कि पहले डेरा मुखी ने अपने आधार कार्ड में पता शाह सतनाम धाम अंकित करवाया था, जिसे अब बदल कर शाह मस्तान, शाह सतनाम धाम किया गया। आधार कार्ड में अपडेट 22 जून को किया गया।
विदेश जा चुका राम रहीम का परिवार
वहीं का बात करे राम रहीम के परिवार का तो वह विदेश जाकर बस गया है। राम रहीम की दोनों बेटियां अमरप्रीत व चरणप्रीत कौर और बेटा जसमीत परिवार समेत लंदन जाकर बस गए हैं। हालांकि डेराप्रमुख की मां नसीब कौर और पत्नी हरजीत कौर इंडिया में ही रहेंगी। राम रहीम की दोनों बेटियां अमरप्रीत और चरणप्रीत पहले ही लंदन चली गई थीं। 26 सितंबर को बेटा जसमीत भी परिवार के साथ लंदन चला गया।
सुनारिया जेल में बंद हे राम रहीम
2017 से साधवी यौन शोषण मामले में हुई उम्रकैद की डेरा मुखी काट रहा है। उसे पत्रकार छत्रपति और रणजीत हत्याकांड में भी सजा हो चुकी है। राम रहीम को इसी साल पंजाब चुनाव से ठीक पहले 7 फरवरी को 21 दिन की फरलो मिली थी। इसी दौरान बदलावों की पूरी पटकथा लिखी गई थी। इसके बाद 27 जून को राम रहीम को 30 दिन की पैरोल मिली थी और वह उत्तर प्रदेश के बागपत आश्रम में रूका था। वहां उसके साथ हनीप्रीत भी थी।
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