वाराणसी। यूपी की राजनीति में अपने बयान के जैसे ही अस्थिर छवि वाले ओपी राजभर की मुश्किलें अब बढ़ती जा रही है। योगी कैबिनेट में रहते हुए सरकार को परेशान करने वाले राजभर के साथ जो भी दोस्ती करता है वह उसको असहज कर देते हैं कुछ ऐसा ही उन्होंने अखिलेश यादव के साथ किया। जब अखिलेश का साथ छूटा तो उनके साथी ही उन्हें निशाने पर लेने लगे है।
यहां तक कि उनके पार्टी के साथी छोड़क्र जा रहे है। इस बीच उनके लिए राष्ट्रीय समता पार्टी रासपा संस्थापक शशि प्रताप सिंह ने पोस्टर जारी करते हुए हमला बोला है। कहा कि रासपा के सदस्य आगामी 27 सितंबर को सुभासपा अध्यक्ष की रैली को कामयाब नहीं होने देंगे। साथ ही ओपी राजभर को वह काशी में प्रवेश नहीं करने देंगे।शशि प्रताप सिंह ने मंगलवार को ओपी राजभर के खिलाफ पोस्टर जारी करते हमला बोला है। कहा कि रासपा के सदस्य 27 सितंबर को सुभासपा अध्यक्ष की रैली को कामयाब नहीं होने देंगे। साथ ही ओपी राजभर को वह वाराणसी में घुसने नहीं देंगे।
घरेलू लिमिटेड पार्टी बना दिया
सुभासपा अध्यक्ष पर हमलावर शशि प्रताप सिंह ने कहा कि पिछड़े लोगों के नाम पर पार्टी शुरू करने वालों ने घरेलू लिमिटेड पार्टी बना दिया। आरोप लगाया कि ओपी राजभर ने महाराजा सुहेलदेव के नाम को बदनाम किया है। जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। उन्होंने परिवारवादी नेता के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद किया था। अब उनका किला ढहने लगा है। खुद को सन ऑफ पांडव बताते हुए शशि प्रताप ने कहा कि वे 27 को सारनाथ स्थित सुहेलदेव पार्क में गौरव सम्मान समारोह आयोजित करेंगे। पत्रकार वार्ता में ठाकुर काशी सिंह, प्रकाश जायसवाल, राजकुमार गुप्ता, पुनवासी प्रजापति रामगोविंद प्रजापति आदि मौजूद रहे।
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