स्पोर्ट्स डेस्क। इंग्लैंड के बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में संकेत ने देश को पहला रजत पदक दिलाया। संकेत सरगर के पिता पान की दुकान चलाते हैं। संकेत कोल्हापुर के शिवाजी विश्वविद्यालय में इतिहास के छात्र हैं। संकेत ने खेलों इंडिया यूथ गेम्स 2020 और खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2020 में स्वर्ण पदक जीता था।संकेत महाराष्ट्र के सांगली के रहने वाली इस 21 वर्षीय भरोत्तोलक ने 55 किग्रा भारवर्ग में इतिहास रच दिया। तीन बार के राष्ट्रीय चैंपियन और पिछले साल दिसंबर में राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाले संकेत स्वभाव से शर्मीले हैं और मुकाबलों के दौरान अपनी टीम के सपोर्ट स्टाफ के अलावा किसी से बात नहीं करते हैं।
पिता को आराम करना देखना चाहते है
महाराष्ट्र के सांगली में पिता की पान की दुकान और खाने की दुकान में मदद करते हैं। वह अपने पिता को अब आराम करते हुए देखना चाहते हैं। संकेत ने इस साल फरवरी में सिंगापुर वेटलिफ्टिंग इंटरनेशनल में 256 किग्रा, स्नैच में 113 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 143 किग्रा, उठाकर कॉमनवेल्थ और राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया था। संकेत ने हाल ही में कहा था, अगर मैं स्वर्ण जीत लेता हूं तो अपने पिता की मदद करूंगा। उन्होंने मेरे लिए काफी दुख उठाए हैं। मैं उन्हें अब खुशियां देना चाहता हूं। संकेत अब पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण जीतना चाहते हैं।
संकेत ने 2020 में जीते थे दो स्वर्ण
संकेत सरगर को पिछले साल अक्तूबर में एनआईएस पटियाला में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था। वह कोल्हापुर के शिवाजी विश्वविद्यालय में इतिहास के छात्र हैं। संकेत ने खेलों इंडिया यूथ गेम्स 2020 और खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2020 में स्वर्ण पदक जीता था।
इससे पहले इन्हें मिला पदक
भारत के लिए पुरुषों में पिछली बार राष्ट्रमंडल खेलों में सतीश शिवलिंगम और रंगला वेंकट राहुल ने स्वर्ण जीता था। संकेत उस क्रम को जारी रखने में कामयाब नहीं हुए। भरोत्तोलन 19वीं बार राष्ट्रमंडल खेलों में है। 1950 में पहली बार यह खेलों का हिस्सा लिया था। इस बार 16 वर्गों में 180 एथलीट भाग ले रहे हैं। इनमें 90 पुरुष और 90 महिला हैं।
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