कांग्रेस को परिवारवाद से निकालने की कवायद, जानिए चिंतन शिविर में क्या बनी रणनीति

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Exercise to remove Congress from familyism, know what was the strategy in Chintan Shivir
नेताओं के रिश्तेदारों को पहले पांच साल तक पार्टी में काम करना होगा, उसके बाद ही उन्हें टिकट मिल सकेगा।

उदयपुर। चुनावों में लगातार मिल रही हार और पार्टी छोड़ रहे नेताओं की वजह से कांग्रेस के नेतृत्व पर सवाल उठने लगे थे, इसे लेकर आज से शुरू हुए तीन दिवसीय चिंतन शिविर में विचार —विमर्श चर्चा होगी। बैठक में लाए जाने वाले प्रस्तावों में कोई भी नेता पांच साल से अधिक किसी पद पर नहीं रहेगा। इतना ही नहीं किसी पैराशूट उम्मीदवार को भी टिकट नहीं मिलेगा। नेताओं के रिश्तेदारों को पहले पांच साल तक पार्टी में काम करना होगा, उसके बाद ही उन्हें टिकट मिल सकेगा। इस फैसले को पार्टी पर लगने वाले परिवारवाद के आरोपों का जवाब बताया जा रहा है।

टिकट देने की यह रणनीति

कांग्रेस नेता अजय माकन ने बताया कि पैनल सदस्यों में इस बात पर सहमति बनी है कि पार्टी के नेताओं के किसी भी रिश्तेदार को तब तक टिकट नहीं मिलेगा, जब तक कि वे पार्टी के लिए काम नहीं करते। उन्हें कम से कम पांच साल कांग्रेस पार्टी का काम करना होगा। उसके बाद ही नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट देने पर विचार किया जाएगा। इसके साथ ही कोई भी व्यक्ति यदि किसी पद पर पांच साल तक रहता है तो उसे वह पद छोड़ना होगा। तीन साल का कूलिंग पीरियड रहेगा। उसके बाद वह फिर उस पद पर काबिज हो सकता है। इस तरह कोई भी व्यक्ति पांच साल से अधिक किसी पोस्ट पर नहीं रहेगा। यह प्रस्ताव नव संकल्प चिंतन शिविर में पेश किए जाएंगे।

कांग्रेस के तमाम नेता पहुंचे

 चिंतन शिविर की सभी बैठकें ताज अरावली में ही होंगी। शिविर में तीन ग्रुप डिस्कशन, 6 विशेष समितियों की बैठक और कांग्रेस कार्यसमिति की महत्वपूर्ण बैठक होगी। बैठक में कांग्रेस के दाे मुख्यमंत्री सहित कार्यसमिति के तमाम सदस्य, कांग्रेस कमेटी के सदस्य सहित तमाम बड़े नेता शामिल होंगे। उदयपुर में हो रही बैठक में सोनिया और प्रियंका गांधी समेत शशि थरूर, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला, मल्लिकार्जुन खड़गे आदि नेता शामिल हैं। राहुल गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत 74 नेता ट्रेन से उदयपुर पहुंचे। सोनिया और प्रियंका विशेष विमान से ही शुक्रवार सुबह उदयपुर पहुंचे।

राहुल गांधी का हुआ स्वागत

उदयपुर में कांग्रेस के नव संकल्प चिंतन शिविर में भाग लेने पहुंचे वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर शुक्रवार को शुरू हो रहा है। राहुल गांधी दिल्ली से ट्रेन की यात्रा कर उदयपुर पहुंचे। उनके साथ कांग्रेस के 74 नेता मौजूद थे।

चेतक एक्सप्रेस में राहुल गांधी सहित सभी नेताओं के लिए दो डिब्बे पहले से ही आरक्षित थे। राहुल गांधी का कांग्रेस कार्यकर्ताओं नेदिल्ली के सराय रोहिल्ला से लेकर उदयपुर तक कई स्टेशनों पर स्वागत किया गया। इस दौरान राहुल ने लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और समस्याओं को भी सुना। उदयपुर रेलवे स्टेशन पर त्योहार जैसा माहौल था।

अरावली होटल में शिविर

राहुल गांधी बस में सवार होकर ताज अरावली होटल के लिए रवाना हुए। राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक साथ बैठे नजर आए। पीछे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बैठे थे। एक के बाद एक राज्यों के चुनावों में हार से पस्त कांग्रेस के उदयपुर में चिंतन शिविर का आयोजन कर रही है। कांग्रेस का ये चिंतन शिविर 13 से 15 मई तक यानी तीन दिन चलेगा।

400 से ज्यादा प्रतिनिधि ले रहे भाग

जारी शेड्यूल के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संबोधन से चिंतन शिविर की शुरुआत होगी। 13 मई की सुबह 11 बजे तक 400 से ज्यादा प्रतिनिधि और नेता चिंतन शिविर पहुंचेंगे। उसके बाद दोपहर 12 बजे चिंतन शिविर शुरू हो जाएगा। दोपहर 2 बजे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी चिंतन शिविर में शिरकत करेंगी।

वहां राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष का स्वागत करेंगे। दो बजे सोनिया गांधी के सम्मान में वेलकम स्पीच दी जाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी 2 बजकर 10 मिनट पर चिंतन शिविर में आए लोगों को संबोधित करेंगी। इसमें चिंतन शिविर के मकसद और देश के वर्तमान हालातों को लेकर संबोधन देंगी। दोपहर 3 बजे से चिंतन शिविर में ग्रुप संवाद शुरू होगा जो शाम 5 बजे तक चलेगा।

नहीं उतरेंगे पैराशूट उम्मीदवार

कांग्रेस का तीन दिवसीय नव संकल्प चिंतन शिविर शुक्रवार से राजस्थान के उदयपुर में शुरू हो रहा है। कांग्रेस का चिंतन शिविर 13 से 15 मई तक चलेगा। चुनाव में लगातार हार का सामना कर रही पार्टी अपनी पुनर्संरचना और ध्रुवीकरण की राजनीति का मुकाबला करने के लिए रणनीति बनाएगी।

शिविर में कांग्रेस के 400 से अधिक दिग्गज शिरकत करेंगे। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि नव संकल्प चिंतन शिविर में अर्थव्यवस्था के लगातार पतन, बढ़ती आर्थिक विषमता, महंगाई और कृषि क्षेत्र को कुछ चुनिंदा समूहों के हवाले करने के गहरे षड्यंत्र पर भी विमर्श होगा। साथ ही चीन के भारतीय क्षेत्र में घुसने, अनुसूचित जाति/जनजाति और अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हमले पर भी चर्चा की जाएगी।

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