जौनपुर। प्रदेश सरकार जल्द ही जौनपुर वासियों की बहुप्रतीक्षित मांग को पूरी करने जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जौनपुर के राजकीय मेडिकल कालेज सिद्दीकपुर के लिए शासन स्तर से मान्यता मिल गई है। इसके बाद सोमवार को नेशनल मेडिकल कमीशन की टीम के वर्चुअल निरीक्षण के बाद अनुमति भी दे दी है। अब उम्मीद की जा रही है कि 25 अक्टूबर को पीएम मोदी वाराणसी से इसका वर्चुअल उद्घाटन कर सकते हैं। जिसके बाद सौ सीटों पर एमबीबीएस छात्रों के प्रवेश के बाद नवंबर के द्वितीय सप्ताह से कक्षाएं शुरू हो जाएंगी।
सपा ने रखी थी मेडिकल कॉलेज की नींव
आपकों बता दें कि जौनपुर में मेडिकल कॉलेज की नींव सपा शासन में वर्ष 2015 में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रखी थी। इसकी ओपीडी एक वर्ष में नवंबर 2016 में चालू करने का तत्कालीन सरकार ने दावा किया था। इसकी कुल अनुमानित लागत 554 करोड़ रुपये है। भाजपा सरकार बनने के बाद इसका नाम उमानाथ सिंह राजकीय मेडिकल कॉलेज रखा गया।
15 जून 2020 को नाम में संशोधन करते हुए उमानाथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय कर दिया गया। जिला प्रशासन की मेहनत के बाद प्रथम वर्ष के छात्रों की पढ़ाई के लिए आवश्यक भवन तैयार कर लिया गया है। हालांकि अगस्त में नेशनल मेडिकल कमीशन की टीम ने निरीक्षण किया था, जिसमें टीम को कई कमियां मिली थी। जिसके बाद स्थानीय जिला प्रशासन व मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदारों ने अधूरे कार्यों को पूर्ण पूर्ण कराया और इसकी रिपोर्ट नेशनल मेडिकल मेडिकल कमिशन को भेजी गई।
पीएमओ को भेजी गई रिपोर्ट
आपकों बता दें कि सोमवार को हुए वर्चुअल निरीक्षण में एनएमसी की तरफ से मेडिकल कालेज का वर्चुअली निरीक्षण हुआ था, इसके बाद बुधवार की देररात शासन स्तर से मान्यता पत्र प्राप्त हुआ। अब इसकी रिपोर्ट पीएमओ को भेज दी गई, फिर पीएम मोदी के हाथों उद्घाटन की तिथि का इंतजार किया जाएगा। यहां नीट परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की काउंसलिंग कराई जाएगी और पढ़ाई शुरू होगी।
मिलेगा बेहतर इलाज
आपकों बता दें कि जौनपुर के आसपास कोई मेडिकल कॉलेज नहीं होने की वजह से यहां के लोगों को इलाज के लिए वाराणसी या राजधानी के बड़े अस्पतालों तक भाग दौड़ करनी पड़ती है। अगर ऐसे में यह मेडिकल कॉलेज शुरू होने के साथ ही यहां की ओपीडी शुरू होती है तो जौनपुर के साथ ही आजमगढ़ के लोगों को इलाज में राहत मिलेगी।
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