गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहजनपद गोरखपुर पुलिस द्वारा की गई पिटाई से कानपुर के व्यापारी की मौत के मामले में प्रदेश सरकार की फजीहत शुरू होती नजर आ रही है। इस मामलें में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी ट्विट कर गोरखपुर पुलिस की निंदा करते हुए सरकार पर भी निशाना साधा है।कानपुर के व्यापारी और प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत के मामले में पुलिस शुरू से ही लीपापोती में जुटी है। इस दौरान मनीष गुप्ता की पीएम रिपोर्ट ने पुलिस की झूठ की कहानी की पोल खोलकर रख दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि मनीष के सिर, चेहरे और शरीर पर गंभीर चोट के निशान हैं। मनीष के सिर के अगले हिस्से पर तेज प्रहार किया गया, जिससे उनके नाक के पास से खून बह रहा था। हालांकि, पुलिस ने घटना के बाद अपने पहले बयान में इसे हादसे में हुई मौत बताया था।
थाना रामगढ़ताल पुलिस द्वारा संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग के दौरान होटल में हुई घटना के सम्बन्ध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर द्वारा दी गयी वीडियो बाइट।@IPS_VipinTada @dgpup @AdgGkr @kumararunmunna @SATISHP2010 @bstvlive @Live_Hindustan @AmarUjalaNews pic.twitter.com/ygRs8gDDJT
— GORAKHPUR POLICE (@gorakhpurpolice) September 28, 2021
पुलिस ने यह बताई थी वजह
इस मामले के खुलासे के बाद पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अपराधियों की चेकिंग के दौरान थाना रामगढ़ताल की पुलिस एक होटल में गई। वहां पर एक कमरे में तीन संदिग्ध युवक अलग-अलग शहर से आए थे। इस सूचना पर पुलिस होटल मैनेजर को साथ में लेकर कमरे की चेकिंग करने गई, जहां पर हड़बड़ाहट में एक युवक (मनीष) की कमरे में गिरने से चोट गई। इसके बाद पुलिस ने तत्काल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
गोरखपुर घूमने गए थे मनीष
आपकों बता दें कि व्यापारी मनीष गुप्ता अपने दो दोस्तों हरदीप सिंह चौहान और प्रदीप सिंह चौहान के साथ सोमवार सुबह गोरखपुर घूमने गए थे। यहां तीनों लोग होटल कृष्णा पैलेस के रूम नंबर 512 में ठहरे थे। हरदीप ने बताया कि सोमवार रात 12:30 बजे पुलिस होटल में चेकिंग करने पहुंची। मनीष को सोते हुए जगाया तो उन्होंने पूछा इतनी रात में चेकिंग किस बात की हो रही है। क्या हम आतंकी हैं? इस पर पुलिस वालों ने उसे पीटना शुरू दिया। इसके बाद घायल मनीष को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
53 घंटे बाद हुआ अंतिम संस्कार
मनीष गुप्ता का अंतिम संस्कार मौत के 53 घंटे बाद गुरुवार सुबह हुआ। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने को अड़े पीड़ित परिजन मनीष का अंतिम संस्कार नहीं कर रहे थे। फिर, बुधरात देर रात कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण समेत कई आला अधिकारी मनीष के घर पहुंचे और उनकी पत्नी मीनाक्षी से बात की। इस दौरान असीम अरुण ने कहा कि गुरुवार को परिवार की सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कराई जाएगी, जिसके बाद पीड़ित परिजनों मनीष के अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गए।
मालूम हो कि मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी ने बताया कि 8 साल पहले वर्ष 2013 में उनकी शादी हुई थी। मनीष रियल इस्टेट का काम करते थे। परिवार में बीमार ससुर के अलावा उनका 4 साल का एक बेटा अभिराज है। सास का पहले ही देहांत हो चुका है। मनीष की तीन बहनें हैं, उनकी शादी हो चुकी है। मीनाक्षी ने बताया कि सोमवार देर रात में फोन पर बात के बाद लगा कि शायद सब कुछ ठीक हो गया होगा, लेकिन मंगलवार सुबह करीब 5 बजे फोन पर पता चला पति अब इस दुनिया में नहीं हैं।
1. यूपी सीएम के गृह जनपद गोरखपुर की पुलिस द्वारा होटल में रात्रि रेड करके तीन व्यापारियों के साथ बर्बर व्यवहार व उसमें से एक की मौत अति-दुःखद व शर्मनाक घटना, जो राज्य में भाजपा सरकार के कानून-व्यवस्था के दावों की पोल खोलता है। वास्तव में ऐसी घटनाओं से पूरा प्रदेश पीड़ित है।
— Mayawati (@Mayawati) September 29, 2021