मुजफ्फरनगर। आज किसान पंचायत में किसानों के सामने जिन मुद्दों पर चर्चा होगी उसकी रायशुमारी नेताओं ने पहले ही तैयार कर ली है। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों के अनुसार इस एजेंडे के बारे में सभी किसान संगठनों के नेताओं को बताया भी गया है। एजेंडे के राष्ट्रीय मुद्दों में कृषि कानून का विरोध, एमएसपी पर कानून बनवाना, भारत बंद को पूरी तरह सफल बनाना व किसान उत्पीड़न बंद कराना होगा।
इसके साथ ही राज्य स्तर के मुद्दों में मिशन यूपी को सबसे ऊपर रखा गया है, जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा सरकार के विरोध में हर गांव स्तर तक जाएगा। इसके लिए व्यापक अभियान चलाने की अपील महापंचायत में होगी। यह सीधे तौर पर यूपी के चुनाव से जुड़ा मुद्दा होगा। इसके साथ ही राज्य स्तर के मुद्दों में मिलों पर बकाया गन्ना भुगतान, गन्ने के रेट बढ़ाना, बिजली के रेट कम कराना शामिल रहेंगे। इनके साथ ही एक स्थानीय मुद्दे को संयुक्त किसान मोर्चा ने अपने एजेंडे में शामिल किया है।
इसमें मुजफ्फरनगर दंगे के बाद से बनी खाई को महापंचायत के सहारे पूरी तरह से भरने का प्रयास किया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य कहते हैं कि जिस तरह से पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के समय भाईचारे की मिसाल कायम थी, ऐसे ही एकता बनाने के लिए महापंचायत से अपील की जाएगी। मुजफ्फरनगर के GIC ग्राउंड में होने वाली इस महापंचायत का आयोजन संयुक्त किसान मोर्चा कर रहा है। दावा है कि इसमें देशभर से पांच लाख किसान पहुंचेंगे। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत के बेटे गौरव खुद आयोजन की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
मिट्टी डालकर तैयार किया गया मंच
पिछले तीन दिन से बारिश से मैदान में भरे पानी और कीचड़ को साफ गिया गया जेसीबी से मिट्टी डालकर मैदान को बैठने योग्य बनाया गया।महापंचायत के लिए मैदान की साइड में एक मंच बनाया है। यह मंच करीब 100 फीट लंबा और 100 फीट चौड़ा है। ऊंचाई 10 फीट है। यहीं से महापंचायत में आने वाले किसानों को संबोधित किया जाएगा।
किसानों के लिए होंगे 500 जगह भंडारे
देश के कोने-कोने से किसान महापंचायत में पहुंचेंगे। उनके यहां रुकने और खाने की व्यवस्था की गई है। भाकियू नेता गौरव टिकैत खुद व्यवस्था देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि शहर में अलग अलग जगह 500 भंडारों में भोजन की व्यवस्था की गई है।
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