लखनऊ। रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर को शुक्रवार दोपहर पहुलिस ने घर से घसीटकर थाने ले गए। आपकों बता दें कि रिटायर्ड आईपीएस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान करने के बाद आज ही नई पार्टी बनाने का एलान किया था। उनकी गिरफ्तारी का एक वीडियो सामने आया है। इसमें वह पुलिस से अरेस्ट वारंट और FIR की कॉपी मांगते दिख रहे हैं। पुलिस अमिताभ को घसीटते हुए हजरतगंज थाने ले जा रही है, वह इसका विरोध कर रहे हैं। थाने के अंदर का भी एक वीडियो सामने आया है। इसमें अमिताभ की चीखें सुनाई दे रही हैं।
अमिताभ ठाकुर पर दुष्कर्म के आरोपी बीएसपी सांसद अतुल राय का साथ देने का आरोप है। रेप पीड़िता और उसके गवाह दोस्त सत्यम राय ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर 16 अगस्त को वीडियो बनाकर अमिताभ ठाकुर पर आरोप लगाया था। इसके बाद दोनों ने आग लगाकर आत्मदाह करने की कोशिश की थी। दिल्ली में इलाज के दौरान 9 दिन के अंदर दोनों की मौत हो गई थी।
आपकों बता दें कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर शुक्रवार को ही अमिताभ ठाकुर ने अपनी राजनीतिक पार्टी का बनाने का ऐलान किया था। उन्होंने पार्टी का नाम ‘अधिकार सेना’ रखा है। अमिताभ ने गोरखपुर से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। वे 21 अगस्त को गोरखपुर में चुनाव प्रचार के लिए जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें रोककर हाउस अरेस्ट कर लिया था। इसके बाद उनसे कई बार इस मामले में पूछताछ भी हो चुकी है।
रेप पीड़िता ने लगाई थी सुप्रीम कोर्ट के सामने आग
सुप्रीम कोर्ट के बाहर आग लगाने वाली पीड़िता के साथ इस मामले का मुख्य गवाह सत्यम भी था। पीड़िता और उसके साथी ने आग लगाने से पहले वीडियो LIVE किया था। इसमें दोनों ने कहा था कि वे सरकारी तंत्र से प्रताड़ित होने के बाद निराश हो चुके हैं।सांसद अतुल राय ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए उन्हें खूब प्रताड़ित किया। पुलिस और जजों की मिलीभगत से उसे न्याय नहीं मिल पा रहा है। इसी वजह से वह और उसके साथ हुई घटना का गवाह आत्मदाह के लिए मजबूर हुए हैं। सोशल मीडिया पर लाइव वीडियो बनाते समय दोनों ने कहा था कि अतुल राय के इशारे पर वाराणसी के पूर्व SSP अमित पाठक, पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर, निलंबित डिप्टी SP अमरेश सिंह बघेल, दरोगा संजय राय और उसके बेटे समेत कुछ जज उनके पीछे पड़े हुए हैं।