‘बेलबॉटम’ पर लगा ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ का आरोप, तीन देशों में हुई बैन

425
'Bellbottom' accused of tampering with historical facts, banned in three countries
फिल्म में दिखाए गए इस कथित झूठ के चलते फिल्म ‘बेलबॉटम’ को कम से कम तीन अरब देशों में प्रतिबंधित कर दिया गया है।

मनोंरजन डेस्क। लंबे समय बाद सिनेमा हाल में​ प्रदर्शित हुई फिल्म बेलबॉटम पर संकट के बादल मडराने लगे है। हालांकि​ विवादों से बचने के लिए पहले ही कोशिश की गई थी, लेकिन इसके बाद भी विवाद शुरू हो गया। फिल्म के की शुरूआत में कहा गया है कि ये फिल्म सच्ची घटनाओं से प्रेरित होने के बावजूद काल्पनिक है। अब खुलासा ये हुआ है कि जिस विमान अपहरण की घटना में आतंकियों को पकड़ने का काम फिल्म में रॉ के एक एजेंट के जरिए होता दिखाया गया है, वैसी घटना संबंधित विमान अपहरण के संदर्भ में कभी हुई ही नहीं।

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Akshay Kumar (@akshaykumar)

1984 में एयर इंडिया के एक विमान का अपहरण करके उसे लाहौर के रास्ते दुबई ले जाया गया था, लेकिन तब वहां के रक्षा मंत्री ने ही पूरा मामला संभाला था और बाद में उन आतंकियों को अपहरण में इस्तेमाल की गई पिस्तौल के साथ भारत सरकार को प्रत्यर्पित कर दिया गया था। फिल्म में दिखाए गए इस कथित झूठ के चलते फिल्म ‘बेलबॉटम’ को कम से कम तीन अरब देशों में प्रतिबंधित कर दिया गया है।

फिल्म ‘बेलबॉटम’ के निर्देशक रंजीत एम तिवारी ने  एक हिन्दी पोर्टल से बातचीत में बताया कि ये कहानी उनकी टीम के लेखक असीम अरोड़ा की है। असीम को ये कहानी अखबारों और कुछ किताबों के जरिये मिलने की बात भी रंजीत ने बताई। लेकिन ये बात उन्होंने भी जाहिर नहीं की कि फिल्म ‘बेलबॉटम’ की कहानी में सिर्फ विमान अपहरण का संदर्भ ही असली है, बाकी पूरी कहानी फिल्मी है। दरअसल, फिल्म ‘बेलबॉटम’ में दिखाया गया है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के निर्देश पर रॉ एजेंट बेलबॉटम दुबई जाता है और वहां पहले से तय प्लान नाकाम हो जाने के बाद खुद फैसला लेकर आतंकियों को पकड़ने निकल पड़ता है।

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Akshay Kumar (@akshaykumar)

फिल्म ‘बेलबॉटम’ की कहानी के मुताबिक दुबई में रॉ एजेंट्स के प्लेन में प्रवेश की कोशिश विफल होने के बाद वह सूर्यास्त के समय आए रेतीले तूफान की मदद लेते हैं। तब तक विमान का अपहरण करने वाले आतंकी जहाज से बाहर आ चुके होते हैं और उनकी मांग के मुताबिक भारतीय जेलों से छोड़े गए आतंकी भी दुबई पहुंच चुके होते हैं। इन सारे आतंकियों को रॉ एजेंट बेलबॉटम अपने साथियों की मदद से एयरपोर्ट पर ही पकड़ लेता है और अपहृत विमान को सुरक्षित भारत लेकर आ जाता है।

अब जो तथ्य सामने आए है उसके अनुसार फिल्म ‘बेलबॉटम’ में दिखाई गई ये पूरी घटना काल्पनिक है। हकीकत में 24 अगस्त 1984 को इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 421 का अपहरण हुआ था। ये विमान 74 लोगों को लेकर दिल्ली से श्रीनगर जा रहा था। लेकिन, रास्ते में ही इसका अपहरण हो गया। अपहर्ता इसे पहले लाहौर, फिर कराची और फिर वहां से दुबई ले गए। वहां संयुक्त अरब अमीरात के रक्षा मंत्री मोहम्मद बिन राशिद अल मखतूम ने आतंकियों से विमान यात्रियों की रिहाई के लिए वार्ता की थी। यात्रियों के सकुशल छूटने के बाद सभी आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया गया और बाद में संयुक्त अरब अमीरात ने उन्हें भारत सरकार के हवाले कर दिया था।

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Akshay Kumar (@akshaykumar)

फिल्म ‘बेलबॉटम’ में संयुक्त अरब अमीरात के रक्षा मंत्री का जिक्र तो है लेकिन उन्हें इसमें ऐसे शख्स के रूप में पेश किया गया है जो रॉ एजेंट्स की योजनाओं का समर्थन नहीं करता है। संयुक्त अरब अमीरात के रक्षा मंत्री को हालांकि फिल्म के आखिर में भारतीय विमान को वहां से ले जाने की एजेंट बेलबॉटम की गुजारिश मानते हुए दिखाया गया है। जानकारी के मुताबिक फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से की गई इस छेड़छाड़ पर सऊदी अरब, कतर और कुवैत की सरकारों ने कड़ा एतराज जताते हुए इस फिल्म को अपने यहां प्रदर्शन की अनुमति देने से इन्कार कर दिया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here