लखनऊ। अपने कार्यकाल के दौरान हमेशा सुर्खियों में रहने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर अब राजनीति में उतरेंगे। आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरुद्ध मैदान में उतरकर चुनौती देंगेे। पूर्व आईपीस ने शनिवार को इसका एलान शनिवार को किया।
पूर्व आईपीएस ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल में तमाम ऐसे कार्य किए हैं, जिनके विरोध स्वरूप वह इस बार उनके खिलाफ चुनाव लडे़ंगे।अमिताभ का कहना है कि योगी आदित्यनाथ इस बार जहां से भी चुनाव लड़ेंगे वह उनके खिलाफ मैदान में जरूर उतरेंगे। अमिताभ ठाकुर का कहना है कि ये सिद्धांतों की लड़ाई है। वह चुनाव में गलत के खिलाफ अपना विरोध जताएंगे।
आपकों बता दें कि अमिताभ ठाकुर को 23 मार्च 2021 को जबरन सेवानिवृत्त कर दिया गया था। उनकी सेवानिवृत्ति के संबंध में गृह मंत्रालय से जारी किए गए आदेश में कहा गया था कि वह अपनी सेवाएं पूरी करने के लिए फिट नहीं है। इसलिए लोकहित में उन्हें सेवानिवृत्त किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली से नाखुश अमिताभ ठाकुर ने 2017 में केंद्र से राज्य कैडर बदलने की मांग की थी जिसे केंद्र सरकार ने ठुकरा दिया।इसके पहले अमिताभ ठाकुर को 12 जुलाई 2015 को सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव पर धमकी देने का आरोप लगाने पर निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद उनके खिलाफ एक जांच कमेटी भी बनाई गई थी। हालांकि, केंद्रीय प्रशासनिक ट्रिब्यूनल ने अप्रैल 2016 तक उनका निलंबन जारी रखा।
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि जहां से भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव लड़ेंगे वह उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतरेंगे। ऐसा माना जा रहा हैं कि योगी आदित्यनाथ अयोध्या सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं, प्रदेश में विधान सभा चुनाव का माहौल बनने लगा है। सभी पार्टियां अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रही हैं।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री जेपीएस राठौर के अनुसार 23 अगस्त को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पार्टी के बूथ विजय अभियान की शुरुआत करेंगे। नड्डा पार्टी के 27 हजार शक्ति केंद्र प्रभारियों को वर्चुअल संबोधित कर बूथ जीत का मंत्र देंगे। भाजपा अध्यक्ष के अनुसार, इस बार के चुनाव में पार्टी 2017 से भी बड़ा बहुमत प्राप्त करेगी।