गाजीपुर। मध्यप्रदेश राजस्थान और हरियाणा में गत दिवस हुई भारी बारिश की वजह से प्रदेश की कई नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। इस वजह से वाराणसी समेत पूर्वांचल के कई जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए है। बाढ़ प्रभावित गाजीपुर-बलिया का हाल जानने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को पहुंचें। सीएम ने बाढ़ प्रभावित गांवों में पहुंचकर अधिकारियों से राहत एवं बचाव कार्य के बारे में सही जानकारी ली।
गाजीपुर पहुंचे सीएम योगी ने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात के बाद उन्हें राहत सामग्री भी बांटी है। इसके बाद कहा कि यूपी में बाढ़ हरियाणा, राजस्थान और मध्यप्रदेश से छोड़े गए अतिरिक्त पानी की वजह से आई है। मैं लगातार बाढ़ प्रभावित जनपदों का दौरा कर रहा हूं। गाजीपुर की 32 ग्राम पंचायत बाढ़ के पानी में डूबी हैं। मौके पर मौजूद जनप्रतिनिधियों को उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि आप सभी भी बाढ़ पीड़ितों की मदद कीजिए। गाजीपुर के बाद सीएम बलिया जाएंगे।
गंगा खतरे के निशान से ऊपर
गाजीपुर में बाढ़ से हालत ज्यादा खराब है। यहां गंगा खतरे के निशान से 32 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। 5 तहसील के तकरीबन 30 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं जबकि लगभग 8 से 10 हजार की आबादी पलायन को मजबूर है। गांव में पानी की वजह से सांप बिछु का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में ज्यादातर लोग राहत शिविर में है या फिर ऊंचे स्थानों पर पहुंच गए हैं।
बलिया: 54 गांव के लोग प्रभावित
बलिया में 54 गांव की डेढ़ लाख से ऊपर की आबादी प्रभावित है। इनके अलावा आधा दर्जन गांव में से हैं जिनकी आबादी तो प्रभावित नहीं है लेकिन उनके कृषि योग्य भूमि पूरी तरह जलमग्न हो गई है। यहां पर गंगा नदी खतरे के निशान से 57.615 मीटर से लगभग 2.415 मीटर ऊपर बह रही है। राजस्व विभाग द्वारा दोनों तहसील में कुल 34 बाढ़ चौकियां एवं 10 राहत शिविर क्रियाशील है।
राहत बचाव कार्य एवं आवागमन के लिए एक एनडीआरएफ टीम, एक एसडीआरएफ टीम व एक पीएसी (जल पुलिस) की तैनाती की गई है, जिनके पास 12 स्ट्रीमरयुक्त रबर बोट्स हैं। एनडीआरएफ टीम ने सदर तहसील क्षेत्र में बाढ़ के पानी में फंसे 42 लोगों को एवं एसडीआरएफ टीम ने बैरिया तहसील क्षेत्र में 40 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है।