अयोध्या-मनोज यादव।। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में मची तबाही के बाद भले ही वर्तमान स्थिति में इस बीमारी का कहर कम हो गया हो, लेकिन अभी भी तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है। तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए अयोध्या के प्रसिद्ध सावन झूला मेले पर प्रतिबंधों का साया पड़ गया है। आम जनमानस की सुरक्षा को देखते हुए इस साल भी मणि पर्वत का प्रसिद्ध सावन झूला मेला आयोजित नहीं होगा। आपको बता दें कि प्रत्येक वर्ष मणि पर्वत पर झूलन उत्सव कार्यक्रम होने के बाद ही अयोध्या में सावन झूला मेले का मुख्य पर्व शुरू होता है। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है, लेकिन बीते वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण लगाए गए लॉकडाउन के चलते यह आयोजन नहीं हो पाया था। इस वर्ष भी तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए अयोध्या के संतों ने इस कार्यक्रम को न करने का फैसला किया है
अयोध्या के संतों ने यहां आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि संक्रमण के खतरे से खुद का बचाव करते हुए श्रद्धालु कम से कम संख्या में अयोध्या आएं, मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने कहा कि महामारी के इस दौर में भले ही संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ी है, लेकिन यह भयानक बीमारी खत्म नहीं हुई है इसलिए हम सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है. श्रद्धालु मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करते हुए कतारबद्ध होकर दर्शन पूजन करें. अनावश्यक भीड़ न लगाएं, जिससे इस महामारी को फैलने से रोका जा सके।