लखनऊ। भारत छोड़ो आन्दोलन की बरसी आल इंडिया फारवर्ड ब्लाक की लखनऊ इकाई द्वारा उदयनाथ सिंह के नेतृत्व में सुभाष चौक स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन कर स्मृति सभा का भी आयोजन किया। इस अवसर पर बोलते हुए उदयनाथ सिंह ने कहा कि फारवर्ड ब्लाक सहित अन्य जन संगठनों द्वारा लगातार किये जा रहे जनांदोलनों ने भारत छोड़ो आंदोलन की नींव रखी थी। उन्होंने बताया कि यह आंदोलन मुख्यतः तीन चरणों में हुआ था पहले चरण में शहरों में आन्दोलन हुआ इसके बाद यह आन्दोलन गांवों में भी पहुंच गया था और आन्दोलन के अन्तिम चरण में देश के विभिन्न हिस्सों में समान्तर सरकारों का गठन हुआ जिसमें बलिया, तामलुक, सतारा आदि क्षेत्रों में समानांतर स्वतंत्र सरकारे बनी थी।
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उन्होंने कहा कि जब पूरा देश ब्रिटिश साम्राज्यवाद के चंगुल से छुटकारा पाने के लिये कठिन संघर्ष कर रहा था तो आज जो भारत छोड़ो आंदोलन का उत्सव मना रहे है उनके पुरखे उस आन्दोलन का खुलकर विरोध कर रहे थे।
राम गनेश राम ने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन जिन परिस्थितियों में हुआ था कुछ वैसी ही परिस्थितियां वर्तमान में भी है। उन्होंने कहा कि देश की जनता ने गोरे शासकों को खदेड़ दिया था और अब काले शासकों को भी खदेड़ना जरूरी हो गया है।कार्यक्रम में श्रीपति विश्वास, राम गनेश राम, रजत यादव, के.पी. यादव, एडवोकेट वीरेंद्र त्रिपाठी सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे।
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