नईदिल्ली। देशभर में तेज बारिश की वजह से उथल पुथल मचा हुआ है। कहीं बाढ़ तो कहीं बादल फटने से नुकसान की खबरें सामने आ रही है।सबसे ज्यादा नुकसान पहाड़ी राज्यों में देखने को मिला। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और बारिश की वजह से हुए हादसों में 18 लोगों की मौत हो गई और 50 लापता हैं। उत्तराखंड में ऋषिकेश-चीला मार्ग पर बीन नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इससे 80 गांवों से संपर्क टूट गया है। इधर राजस्थान में भी मानसून सक्रिय होने की वजह से बुधवार को भी कई जिलों में बारिश हुई। मौसम विभाग का कहना है कि 1 अगस्त तक पूर्वी राजस्थान में मानसून सक्रिय रहेगा।
बादल फटने से आई तबाही
अमरनाथ गुफा के पास गुरुवार दोपहर 3.45 बजे बादल फटने से भारी बारिश हुई। इससे पहाड़ों से मिट्टी और पानी भरभराकर तलहटी में आ गया। अमरनाथ गुफा सुरक्षित है, लेकिन लंगर सेवा, सुरक्षाबलों के कई टेंट और छोटे पुल बह गए। राहत की बात ये रही कि गुफा के आसपास श्रद्धालु नहीं थे, अन्यथा बड़ी तबाही हो सकती थी।
इसी तरह जम्मू के किश्तवाड़ जिले के होंजार गांव में बादल फटने से बाढ़ आ गई। इसमें छह से आठ घर बह गए। मलबे से 8 शव बरामद हो चुके हैं। करगिल में भी दो जगह बादल फटने से मिनी पॉवर प्रोजेक्ट और एक दर्जन घरों को नुकसान हुआ है।
हिमाचल प्रदेश में 10 लोगों की मौत
हिमाचल के आपदा प्रबंधन निदेशक एसके मोख्ता ने बताया कि लाहौल-स्पीति के तेजिंग नाले में बाढ़ आने से 10 लोग बह गए। इनमें 7 शव बरामद हुए हैं, वहीं, तीन अभी लापता हैं। चंबा में एक व्यक्ति की मौत हुई है। कुल्लू में हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट से जुड़े एक अधिकारी और दिल्ली के पर्यटक सहित चार लोग लापता हैं। कुल्लू में मणिकरण के पास ब्रह्मगंगा में जलस्तर बढ़ने से मां-बेटे बह गए। राजस्थान में मानसून सक्रिय होने के कारण गुरुवार को भी कई जिलों में बारिश हुई। धौलपुर में 39 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि जयपुर में भी दिनभर बादल छाए रहे। मौसम विभाग का कहना है कि एक अगस्त तक पूर्वी राजस्थान में मानसून सक्रिय रहेगा।