यूपी ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में हिंसा करने वालों पर चलने लगी कानून की लाठी, 900 हुए नामजद

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Law sticks started running on those who did violence in the election of UP block chief, 900 nominated, 60 arrested
यूपी के ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में हुई हिंसा से सरकार की छवि को गहरा दाग लगा है।

लखनऊ। योगी सरकार के कार्यकाल के आखिरी समस में हुए जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में हुई हिंसा से सरकार की काफी किरकिरी हुई। अब चुनावी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद सरकार ने चुनाव के दौरान हिंसा करने वालों पर कानून का डंडा चलाना शुरू कर दिया। आपकों बता दें कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में चुनाव के दौरान हिंसा करने वाले 900 से अधिक बवालियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अब तक करीब 60 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजना शुरू कर दिया है। चुनावी हिंसा को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी सरकार पर लगातार हमलावर है।

ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान लखीमपुर खीरी में सबसे ज्यादा बवाल हुआ ​था। सपा प्रत्याशी की प्रस्तावक से बदसुलूकी के मामले में भाजपा सांसद रेखा वर्मा के प्रतिनिधि को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, इटावा के बढ़पुरा में एएसपी सिटी प्रशांत को थप्पड़ मारने वाले आरोपी की पहचान कर ली गई है। उसकी तलाश में छापे मारे जा रहे हैं। लखीमपुर खीरी जिले में पसगवां ब्लाक प्रमुख के लिए नामांकन के दौरान सपा प्रत्याशी और उसके प्रस्तावक से बदसलूकी की गई थी। मामला सुर्खियां बना तो कार्रवाई शुरू हुई।

लखीमपुर खीरी के मामले में अब तक सीओ समेत छह पुलिस कर्मियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका था, लेकिन भाजपा सांसद रेखा वर्मा पर आरोपियों को शह देने के आरोप लग रहे थे। रविवार को इन्हीं आरोपों में उनके प्रतिनिधि सुमित तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया।

इसी तरह चुनाव के दौरान इटावा में एसपी सिटी प्रशांत कुमार प्रसाद को थप्पड़ मारने वाले की पहचान भाजपा नेता विमल भारद्वाज के रूप में हुई है। आपकों बता दें कि विमल भारद्वाज पूर्व ब्लाक प्रमुख है। उसकी तलाश में पुलिस टीमें लगाई गई हैं। देर रात तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी। इस बवाल में बीस से अधिक अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। वहीं, प्रतापगढ़ में भी वोटों की गिनती में फर्जीवाड़ा का आरोप लगाकर सपाइयों ने उपद्रव किया था।

प्रतापगढ़ में पुलिस पर पथराव हुआ था जिसमें कई चोटिल हुए थे। पट्टी से सपा के पूर्व एमएलए राम सिंह पटेल समेत 161 को नामजद करते हुए कुल 411 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। हाथरस के सिंकदराराऊ में भाजपा और सपा प्रत्याशी को बराबर वोट मिलने के बाद जमकर हवाल हुआ था जिसमें सपा प्रत्याशी के बेटे बंटी को गोली लगी थी। इस बवाल में पूर्व विधायक अमर सिंह यादव समेत 200 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर 40 को गिरफ्तार किया गया है।

सोनभद्र के नगवां ब्लॉक में 250 से अधिक लोगों के खिलाफ बलवे का मुकदमा दर्ज कर 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया रायरेली में प्रदेश सरकार के मंत्री के बेटे द्वारा सपा नेता को धमकीं देने का आरोप, पूर्वांचल में बीडीसी के जेठ की हत्या आदि खबरें सुर्खियां बनी थी। प्रदेश सरकार यह कार्रवाई इसलिए कर रही है।क्योंकि चुनाव के दौरान हुई हिंसा का कारण सरकारी मशीनरी और भाजपा नेताओं को माना जा रहा है। इस हिंसा के मुद्दे को विपक्ष विधानसभा चुनाव में मुद्दा न बना ले​ इसलिए सरकार हिंसा करने वालों पर कानून का चाबूक चला रही है।

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