लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आज फिर सत्ता में काबिज भाजपा और मुख्य विपक्षी दल सपा में ब्लॉक प्रमुख पद पर कब्जा जमाने के लिए कुर्सी की जंग होगी। एक तरफ जिला पंचायत अध्यक्ष पद की तरह बड़ी संख्या में भाजपा के प्रत्याशी निर्विरोज जंग जीत रहे है तो दूसरी तरफ विपक्ष सरकार पर सरकारी मशीनरी और गुंडागदी का आरोप लगा रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव में जुबानी जंग इसे लेकर जारी है। आज प्रदेश के उन ब्लॉकों में वोटिंग होगी निर्विरोध प्रत्याशी नहीं जीत पाए है।
आज दोपहर 11 से 3 बजे तक क्षेत्र पंचायत प्रमुख (ब्लॉक प्रमुख) पद के लिए मतदान होंगे। कुल 825 पदों में से 476 पदों के लिए मतदान होने है। इससे पहले शुक्रवार को नाम वापसी के बाद 349 ब्लॉक प्रमुख को निर्विरोध चुन लिया गया है। इनमें 334 से ज्यादा भाजपा के प्रत्याशी हैं। वोटिंग को शांति पूर्ण तरीके से निपटाने के लिए पुलिस और प्रशासन अलर्ट है। मतदान और मतगणना केंद्रों में बिना चेकिंग के किसी को मतदान स्थल पर प्रवेश की अनुमति नहीं देगा।
ब्लॉक प्रमुख के चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि कुल 1778 नामांकन बीते गुरुवार को हुए थे। जांच में 68 पर्चे खारिज कर दिए गए। जबकि 187 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया। वोटिंग के बाद मतगणना शुरू होगी। नतीजे भी आज ही आ जाएंगे। उन्होंने बताया कि जनपद गोंडा के मुजेहना ब्लॉक योजना का कार्यकाल एक साल बाद पूरा होगा। इसलिए यहां चुनाव एक साल बाद होगा। बाकी 15 ब्लॉकों में आज वोट डाले जाएंगे।
जुलूस निकालना प्रतिबंधित
कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मतदान एवं मतगणना केंद्रों पर सीसीटीव वायरलेस सेट व टेलीफोन आदि संचार सुविधाओं से युक्त एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा। इसमें प्रशिक्षित पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। मतगणना स्थल पर द्विस्तरीय पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाया जाएगा जिसके द्वारा मतगणना केंद्र के अंदर प्रत्येक राउंड की मतगणना के परिणाम बताए जाएंगे।
एडीजी कानून-व्यवस्था ने बताया कि परिणाम घोषित होने के बाद विजय जुलूस प्रतिबंधित रहेगा। इसके लिए स्थानीय अभिसूचना इकाई, यूपी 112 के वाहन और स्थानीय पुलिस पूरी तरह सतर्क रहेगी, ताकि कोई अप्रिय घटना न होने पाए।
नामांकन के दिन 24 जनपदों में बवाल, उपद्रव, गोलीबारी की घटनाएं सामने आई थी। आपकों बता दें जिला पंचायत चुनाव की तरह ही ब्लॉक प्रमुखी के चुनाव में भी सत्ता पक्ष हाबी है, वहीं विपक्ष शुरू से ही हिंसा और चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगा रही है।
इसे भी पढ़ें…